Rajasthan News: राजस्थान के टोंक जिले में कांग्रेस जिलाध्यक्ष की रेस में 43 दावेदार सामने आए हैं। जिनमें 6 महिलाएं भी शामिल है।
टोंक। कांग्रेस के संगठन सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत जिलाध्यक्ष पद के लिए आवेदन प्रक्रिया मंगलवार को पूर्ण हुई। इस प्रक्रिया के तहत कुल 43 से अधिक कार्यकर्ताओं ने अपनी दावेदारी प्रस्तुत की है, जिनमें छह महिलाएं भी शामिल है।
अखिल भारतीय कांग्रेस की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक तथा झारखंड विधानसभा में उपनेता प्रतिपक्ष राजेश कच्छप ने सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि जिलाध्यक्ष का चयन उन्हीं कार्यकर्ताओं में से किया जाएगा, जो पार्टी की विचारधारा के प्रति निष्ठावान एवं सक्रिय है। उन्होंने कहा कि संगठन के इस नए ढांचे का उद्देश्य पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं को नेतृत्व के अवसर देना है।
कच्छप ने बताया कि सभी आवेदनों का गहन परीक्षण किया जा रहा है। दावेदारों के बायोडाटा, संगठन में उनके योगदान और सक्रियता के आधार पर छह नामों का पैनल तैयार किया जाएगा, जिसे उच्च स्तरीय समिति को भेजा जाएगा। वहां से रायशुमारी और मूल्यांकन के उपरांत तीन नामों का अंतिम पैनल बनेगा, जिसमें से एक को जिलाध्यक्ष नियुक्त किया जाएगा।
इस बार जिलाध्यक्ष पद के लिए महिलाओं ने भी बड़ी संख्या में रुचि दिखाई है। कांग्रेस प्रदेश सचिव माया सुवालका, मालपुरा की पूर्व चेयरमैन आशा नामा, पूर्व पार्षद गायत्री चौरासिया, जैबा खान, कैलाशी मीणा और नजमा बेगम ने आवेदन प्रस्तुत किया है। यह पहला अवसर है जब इस पद के लिए इतनी संख्या में महिलाओं ने दावेदारी की है।
फॉर्म भरने उमड़े कार्यकर्ता
मंगलवार को कांग्रेस कार्यालय में फॉर्म भरने के लिए कार्यकर्ताओं की भारी भीड़ उमड़ी। इस अवसर पर विभिन्न संगठनों और समाज के प्रतिनिधियों ने पर्यवेक्षक को ज्ञापन सौंपकर अपने-अपने वर्गों को नेतृत्व में अवसर देने की मांग की। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस महासचिव फूल सिंह ओला, प्रदेश सचिव प्रद्युन सिंह, जिलाध्यक्ष हरिप्रसाद बैरवा, सुनील बंसल, हंसराज गाता, कैलाशी देवी मीणा, रामदेव गुर्जर आदि मौजूद थे।