टोंक

Tonk: टोंक में दर्दनाक हादसा, पुत्र को बचाने के लिए नदी में कूदे पिता, दोनों की मौत, परिवार में कोहराम

बांडी नदी में तर्पण करने के दौरान आशीष (15) अशोक वाल्मिकी बांडी नदी में डूबने लगा। अपने पुत्र को डूबता देखकर पिता अशोक वाल्मीकि (45) पुत्र रामजस वाल्मिकी ने नदी में छलांग लगा दी।

less than 1 minute read
Sep 20, 2025
पिता-पुत्र की मौत के बाद पंचनामा तैयार करते थानाधिकारी। फोटो- पत्रिका

राजस्थान के टोंक के निवाई गांव राहोली में पूर्वजों के श्राद्ध तर्पण करने के दौरान बांडी नदी में डूबने से पिता व पुत्र की मौत हो गई, जिससे परिवार में कोहराम मच गया। बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर एकत्रित हो गए। ग्रामीणों ने सदर पुलिस को घटना की सूचना दी।

ये भी पढ़ें

Tonk Protest: सोशल मीडिया पोस्ट पर विवादित पोस्ट के बाद मचा बवाल, सड़कों पर उतरे लोग

तर्पण करने गया था परिवार

सदर थानाधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने बताया शनिवार को राहोली गांव में श्राद्ध में पूर्वजों का वाल्मिकी परिवार के सदस्य तर्पण करने गए थे। बांडी नदी में तर्पण करने के दौरान आशीष (15) अशोक वाल्मिकी बांडी नदी में डूबने लगा। अपने पुत्र को डूबता देखकर पिता अशोक वाल्मीकि (45) पुत्र रामजस वाल्मिकी ने नदी में छलांग लगा दी और पुत्र को बचाते हुए वह भी गहरे पानी डूब गया।

पिता-पुत्र को पानी डूबता देखकर परिवार अन्य सदस्यों जोर से चिल्लाने लगे और उनकी आवाज सुनकर गांव के लोग दौड़कर मौके पर पहुंचे। सूचना पर सदर पुलिस भी पहुंची गई और ग्रामीणों के सहयोग से पिता व पुत्र को बाहर निकाल लिया। पुलिस दोनों को तत्काल एम्बुलेंस से उप जिला अस्पताल निवाई लेकर रवाना हो गई। एम्बुलेंस कार्मिक रास्ते में पिता व पुत्र को सीपीआर देता रहा।

चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित किया

निवाई अस्पताल में उपचार के दौरान चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। शवों को मोर्चरी में रखवा दिया। अस्पताल में परिजन फूट फूट कर रो पड़े, जिन्हें पुलिस व अन्य लोगों ने संभाला। पुलिस ने पंचनामा बनाकर पोस्टमार्टम करवाया तथा पिता-पुत्र के शव परिजनों को सुपुर्द कर दिए। मृतक अशोक सफाईकर्मी बताया जा रहा है। मृतक के दो पुत्र और एक पुत्री है।

ये भी पढ़ें

Rajasthan: 13 लाख रुपए से भरा ATM उखाड़कर ले गए, पुलिस ने खंगाले 500 CCTV फुटेज; 4 आरोपी गिरफ्तार

Published on:
20 Sept 2025 05:30 pm
Also Read
View All

अगली खबर