Ramanand Sagar Ramayan: रामानंद सागर की ‘रामायण’ को आज भी दर्शक पसंद करते हैं। माता सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने ‘रामायण’ के सेट की एक अद्भुत कहानी सुनाई। उन्होंने बताया कि सेट पर उस दिन जो हुआ वह किसी चमत्कार से कम नहीं था।
Ramanand Sagar Ramayan: रामानंद सागर के धारावाहिक रामायण में सीता बनी दीपिका चिखलिया आज अपना 59वां जनम्दिन मना रही है। उनका जन्म 29 अप्रैल 1965 को मुंबई में हुआ था। खुद दीपिका चिखलिया ने रामायण सीरियल का एक किस्सा शेयर किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि ‘रामायण’ के एक सीन के लिए रामानंद सागर ने भगवान राम से खुद मदद मांगी थी और जो पूरी भी हुई थी।
दीपिका चिखलिया ने बताया था, "रामानंद सागर जी को रामायण में एक सीन शूट करना था। वह सीन था जब राम जी छोटे से ललन है और वो उन्हें कौवे के साथ खेलते दिखाना हैं पर ये होगा कैसे? क्योंकि हम सभी जानते हैं कि हम कौवे को पाल नहीं सकते, वो हमारे पास नहीं आएगा। उस दिन सागर साहब (पापा जी) ने मुझसे कहा कि इस सीन की वजह से उन्हें रात भर नींद नहीं आई है। उन्हें समझ नहीं आ रहा है कि ये सीन हम कैसे करेंगे?"
दीपिका ने आगे बताया, "हम उमर गांव में शूट कर रहे थे तब हमें वो सीन शूट करने में काफी दिक्कत हुई, क्योंकि उस गांव में कभी भी इतने कौवे नजर नहीं आते थे। तब (रामानंद सागर) खुद सेट पर गए, उस समय वह काफी उलझन में थे। वो बैठे ही थे कि उन्हें सेट पर एक कौवे की आवाज सुनाई दी। वो निकलकर बाहर आए। जिस समय ये सब हो रहा था मैं अपने मेकअप रूम में थी और ये सब देख रही थी कि पापा जी कौवे के सामने दोनों हाथ जोड़कर बात कर रहे थे। मैं सोच रही थी कि पापा जी को क्या हो गया है, वो कौवे के सामने ऐसे क्यों खड़े हैं? मैंने सोचा उनसे बाद में ये पूछूंगी।"
एक्ट्रेस ने बताया, ‘पापा जी हाथ जोड़कर आसमान में देखकर कुछ बात करने लगे। फिर ऐसा हुआ कि वो जो कौवा बैठा था वो नीचे आया और धीरे-धीरे अपने आप, उसे किसी ने नहीं पकड़ा, वो सेट पर आया और हमने शूटिंग शुरू की दी और वो अपने आप राम ललन के साथ खेलने लगा। ये बहुत खूबसूरत पल था पापा जी की आंखों में पानी आ गया। वहां मौजूद हर व्यक्ति हैरान था कि ऐसा कैसे हो सकता है। उसके बाद पापा जी ने ऊपर देखकर धन्यवाद बोला।’
दीपिका ने सीन शूट होने के बाद रामानंद से पूछा, "आप हाथ जोड़कर कौवे से बात कर रहे थे? आपको क्या हो गया है?" दीपिका को जवाब देते हुए रामानंद सागर ने उन्हें बताया, "मैंने ऊपर देखकर रामजी से कहा, मैं ये जो बना रहा हूं, मैं आपका पोस्टमैन हूं और ये सीन आप ही मुझे करवा कर दीजिए, क्योंकि आपकी मदद के बिना नहीं होगा और मैंने उन्हें नमन किया और उनसे कहा कि हमारे सेट पर आइए और राम ललन के साथ खेलिए, क्योंकि ये मेरे सीन की जरूरत है और वास्तव में ऐसा हुआ।"