ओला-उबेर कैब चालकों की अब खैर नहीं। अधिक किराया वसूलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की हिदायत। कलक्टर ने ओला-उबेर कैब चालकों की बैठक ली। कहा- मनमानी नहीं होगी बर्दाश्त।
उदयपुर एयरपोर्ट से सिटी तक आने-जाने वाले यात्रियों से मनमाना किराया वसूलने के मामले में प्रशासन ने सख्ती दिखाई है। असम के राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया के पत्र के बाद जिला कलक्टर अरविंद पोसवाल ने गुरुवार को कलक्ट्रेट सभागार में शहर के ओला-उबर कैब संचालकों की बैठक बुलाई। उन्होंने कहा कि यहां आने वाले पर्यटकों एवं अन्य यात्रियों से निर्धारित से अधिक राशि वसूलने पर पुलिस व परिवहन विभाग की ओर से नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी।
मामले में राजस्थान पत्रिका की ओर से सिलसिलेवार प्रकाशित खबरों के बाद राज्यपाल कटारिया ने जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों को पत्र लिखकर कार्रवाई करने को कहा था। इसके बाद बुलाई गई बैठक में कलक्टर ने कहा कि कुछ दिनों से शिकायतें मिल रहीं है कि एयरपोर्ट एवं शहर के विभिन्न पर्यटन स्थलों के लिए ओला-उबर कैब संचालकों द्वारा मनमाना किराया वसूला जा रहा है, जो उचित नहीं है। उन्होंने वाहन चालकों से कहा कि आने वाले पर्यटक हमारे मेहमान हैं और उनके यहां आने से आपको रोजगार मिलता है। ऐसे में सभी का दायित्व है कि उन्हें पूर्ण ईमानदारी एवं सेवाभाव के साथ गंतव्य तक पहुंचाए। कलक्टर ने यह भी कहा कि पर्यटकों व यात्रियों को किसी प्रकार की परेशानी न हो और पर्यटन सिटी की साख बनी रहे।
बैठक में एसपी योगेश गोयल ने कहा कि सभी वाहन चालक पुलिस-प्रशासन का सहयोग करें और आपसी समन्वय से पर्यटकों व यात्रियों को तय शुल्क में सेवाएं दे। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मनमानी करने वालों एवं नियम तोड़ने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।
बैठक में एडीएम सिटी राजीव द्विवेदी ने भी सुझाव दिए। जिला परिवहन अधिकारी अनिल सोनी ने वाहन चालकों को निर्धारित प्रावधानों का पालन करने की बात कही। बैठक में पर्यटन उपनिदेशक शिखा सक्सेना सहित अन्य विभागीय अधिकारी व ओला-उबर कैब संचालक मौजूद रहे। वाहन चालकों ने भी प्रशासन को पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया।
उधर, विभिन्न कपनियों से जुड़े कुछ कैब संचालकों ने जिला परिवहन अधिकारी को लिखकर दिया कि वे यात्रियों से निर्धारित शुल्क ही ले रहे हैं। जबकि कुछ कैब चालक अधिक राशि ले रहे हैं। ऐसे में यात्रियों की सुविधा के लिए एयरपोर्ट पर बोर्ड लगाए जाने चाहिए कि वे निर्धारित से अधिक राशि किसी को नहीं दें।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका ने गत 15 अप्रेल को ‘ओला-उबर के नाम पर यात्रियों से टैक्सी संचालकों की खुली लूट’ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस मुद्दे को उठाया था। इसके बाद यूजर्स के हित में सिलसिलेवार खबरें प्रकाशित की। समाचार अभियान के बाद बड़ी संख्या में उपभोक्ताओं ने पत्रिका के साथ अपनी पीड़ा जाहिर की।
यह भी पढ़ें -