करीब एक पखवाड़े के अंतराल के बाद पिछले दिनों शुरू हुआ बरसात का क्रम मंगलवार को भी जारी रहा। सुबह से धूप खिली थी और दिन में भी गर्मी का अहसास था, लेकिन दोपहर बाद बादलों की मौजूदगी देखी गई।
उदयपुर: पिछले दिनों से चल रहा बरसात का क्रम मंगलवार को भी जारी रहा। मंगलवार दोपहर बाद आधा घंटे तेज बरसात हुई। हालांकि, शहर के कुछ हिस्सों में मध्यम तो कई जगह तेज बौछारें गिरी। बरसात का क्रम जारी रहने से फतेहसागर से जल निकासी जारी है।
वहीं, स्वरूपसागर एक बार फिर छलक उठा। मानसून के इस सीजन में यह तीसरी बार का मौका है, जब स्वरूपसागर छलका है। करीब एक पखवाड़े के अंतराल के बाद पिछले दिनों शुरू हुआ बरसात का क्रम मंगलवार को भी जारी रहा।
सुबह से धूप खिली थी और दिन में भी गर्मी का अहसास था, लेकिन दोपहर बाद बादलों की मौजूदगी देखी गई और फिर 4 बजे बाद आधे घंटे तक तेज बरसात हुई। विशेषज्ञों की मानें तो उदयपुर से मानसून विदा हो चुका है, लेकिन बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नम हवाएं आ रही है, जिससे बरसात का क्रम बना हुआ है।
पिछले दिनों से शाम-शाम को बरसात हो रही है, लेकिन दिनभर मौसम खुला रह रहा है। ऐसे में तापमान में कमी नहीं आ रही है, बल्कि बढ़ोतरी जारी है। मंगलवार को अधिकतम तापमान 33 और न्यूनतम 24.3 डिग्री दर्ज किया गया। इससे एक दिन पहले अधिकत 32.5 और न्यूनतम 23.8 डिग्री रहा था। लिहाजा दिन और रात के पारे में आधा-आधा डिग्री की बढ़त देखी गई।
उदयपुर सहित मेवाड़-वागड़ और हाड़ोती में पिछले चार दिन से हो रही बरसात इस वर्ष के मानसून काल का अंतिम दौर है। इन दिनों हो रही बरसात का प्रमुख कारण बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी का यहां तक पहुंचा है। यह 28 सितंबर तक समाप्त हो जाएगा। सामान्यत मेवाड़ में मानसून के लौटने का समय सितबर का अंतिम सप्ताह माना जाता है।
-प्रो. नरपत सिंह राठौड़, मौसमविद्