पंचायत समिति फलासिया के उपली सिगरी में उबड़-खाबड़ और कीचड़युक्त रास्ता होने की वजह से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी। जिससे एक गर्भवती महिला का रास्ते में ही प्रसव हो गया।
उदयपुर (झाड़ोल)। पंचायत समिति फलासिया के उपली सिगरी में उबड़-खाबड़ और कीचड़युक्त रास्ता होने की वजह से एंबुलेंस गांव तक नहीं पहुंच सकी। जिससे रविवार को एक गर्भवती महिला का रास्ते में ही प्रसव हो गया। यह घटना न सिर्फ क्षेत्र की दुर्दशा को उजागर करती है, बल्कि जनप्रतिनिधियों के लंबे समय से किए जा रहे वादों की भी पोल खोलती है।
जानकारी के अनुसार रविवार को उपली सिगरी निवासी महिमा (20) पत्नी अटल खोकरिया को प्रसव पीड़ा होने पर परिजन ने जीप से फलासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाने का प्रयास किया, लेकिन गांव से निकलते ही खराब और कीचड़युक्त रास्ते में जीप फंस गई। मजबूरी में महिमा को बाइक से थोड़ा आगे लाया गया, लेकिन उबड़-खाबड़ और कीचड़युक्त रास्ता और दूरी के कारण स्थिति और बिगड़ गई।
प्रसव पीड़ा से तड़प रही महिला को रास्ते में ही एक घर के पास खाट मंगवाकर उसे सड़क पर रखकर गर्भवती को लेटाया गया। महिला की निजता बनाए रखने के लिए चारों ओर साड़ियों से पर्दा बनाया गया और खुले स्थान पर डिलीवरी करवाई गई। स्थानीय महिलाओं की मदद से सुरक्षित प्रसव कराया गया। डिलीवरी के बाद जच्चा-बच्चा को फलासिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया। जहां दोनों स्वस्थ स्थिति में है।
क्षेत्र के ग्रामीणों ने उपली सिगरी व आसपास के गांवों में तत्काल प्रभाव से पक्की सड़क बनाए जाने की मांग की है। जिससे आपातकालीन स्थिति में दुर्गम क्षेत्रों में एबुलेंस पहुंचाने योग्य रास्ते सुनिश्चित किया जा सके। वहीं गर्भवती महिलाओं के लिए विशेष मेडिकल सुविधा व सुरक्षित प्रसव की योजना सती से लागू करने की मांग की है।