Lunar eclipse - खगोलीय नजरिए से रविवार की रात बेहद अहम है। आज पूर्ण चंद्रग्रहण है जिसे ब्लड मून भी कहते हैं।
Lunar eclipse - खगोलीय नजरिए से रविवार की रात बेहद अहम है। आज पूर्ण चंद्रग्रहण है जिसे ब्लड मून भी कहते हैं। रात को आसमान में ‘ब्लड मून’ का अनोखा नजारा दिखेगा। ग्रहण के दौरान चंद्रमा रक्त जैसा लाल नजर आएगा। वैश्विक काल गणना और भारतीय ज्योतिष शास्त्र व पंचांग के प्रमुख केंद्र उज्जैन की जीवाजी वैधशाला में चंद्रग्रहण के समय की सटीक गणना की गई है। इसके अनुसार भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की शुरुआत रात्रि 9:56:08 बजे से शुरू होगा। पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान चंद्रमा, सवा घंटे से ज्यादा समय तक धरती की अंधेरी छाया में रहेगा। ग्रहण के कारण विश्वविख्यात महाकाल मंदिर के पट एक घंटे पहले बंद होंगे।
चंद्रग्रहण 7 सितंबर रात 9.56 बजे से रात्रि 1.26 तक रहेगा जबकि पूर्ण चंद्रग्रहण रात 11 बजे से शुरू होकर 8 सितंबर को रात्रि 12.22 बजे समाप्त होगा। इस प्रकार पूरे 82 मिनट चंद्रमा पूर्ण रूप से पृथ्वी की अंधेरी छाया में आ जाएगा। यह 2022 के बाद देश में दिखाई देने वाला सबसे लंबा पूर्ण चंद्रग्रहण होगा। ग्रहण का सूतक काल दिन में 12.56 बजे से शुरु हो चुका है।
चंद्रग्रहण तब होता है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीध में आ जाते हैं, जिससे पृथ्वी की छाया चंद्रमा पर पड़ती है। साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण आज है। इसी साल 14 मार्च को चंद्रग्रहण था लेकिन यह देश में दिखाई नहीं दिया था।
उज्जैन की जीवाजी वैधशाला के अधीक्षक राजेंद्र गुप्त के अनुसार पूर्ण चंद्रग्रहण की अनोखी खगोलीय घटना आज हो रही है। भारतीय समय के अनुसार ग्रहण की शुरुआत रात्रि 9:56:08 बजे से होगी। मध्य की स्थिति मध्यरात्रि 11:41:08 बजे पर होगी। इस समय पूरा चंद्रग्रहण दिखाई देगा। रात्रि 1:26:08 बजे ग्रहण खत्म होगा। चंद्र ग्रहण की कुल अवधि 3 घंटे 28 मिनट की रहेगी।