Mahakal- एमपी की धर्मनगरी उज्जैन में सोमवार को एक श्रद्धालु की असामयिक मौत हो गई। वे महाकाल दर्शन के लिए आए थे।
Mahakal- एमपी की धर्मनगरी उज्जैन में सोमवार को एक श्रद्धालु की असामयिक मौत हो गई। वे महाकाल दर्शन के लिए आए थे। भस्म आरती में शामिल होने के लिए देर रात मंदिर पहुंचे लेकिन अंदर गेट के पास एकाएक गिर पड़े और बेहोश हो गए। श्रद्धालु को तुरंत अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया जा रहा है कि श्रद्धालु की मौत हार्ट अटैक के कारण हुई। मृतक की पहचान सौरभराज सोनी के रूप में की गई है। वे महाकाल के परम भक्त थे और हर सोमवार को दर्शन करने आते थे। मौत से महज ढाई घंटे पहले उन्होंने वॉट्सएप पर लिखा– दिल तो महाकाल का है, हम तो किरायेदार हैं…। दोस्तों, परिचितों ने कहा कि सौरभराज सोनी को मानो मौत का आभास हो गया था। उनके यूं अचानक चले जाने से दुखी साथियों ने उन्हें बाबा महाकाल का सच्चा भक्त बताते हुए श्रद्धांजलि दी।
सौरभराज सोनी 47 साल के थे। सालों से हर सोमवार को महाकाल के दर्शन करने मंदिर आते थे। उनकी भस्म आरती में शामिल होते थे। सोमवार को भी वे तड़के मंदिर पहुंच गए लेकिन बेहोश होकर गिर गए।
ये भी पढ़ें
उज्जैन की पार्श्वनाथ सिटी में रहनेवाले सौरभराज सोनी फ्रीगंज में चाय की दुकान चलाते थे। हर बार की तरह वे रविवार—सोमवार की दरमियानी रात भस्म आरती के लिए महाकाल मंदिर पहुंच गए। करीब 1.30 बजे महाकाल मंदिर के गेट नंबर 1 के पास उन्हें हार्ट अटैक आ गया। वे गिर गए और दम तोड़ दिया। अस्पताल ले जाने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित करने की औपचारिकता पूरी की।
सौरभराज सोनी को अपनी मौत का मानो भान हो गया था।मौत से करीब ढाई घंटे पहले ही उन्होंने वॉट्सएप पर लिखा 'मिट्टी का शरीर है, सांसें सारी उधार हैं, दिल तो महाकाल का है, हम तो किरायेदार हैं।'