Policemen Car Falling Video : शिप्रा के पुल से पुलिसकर्मियों की कार नदी में गिरने का एक सीसीटीवी वीडियो सामने आया है। हादसे में अबतक सिर्फ थाना प्रभारी का शव मिला है, जबकि सब इंस्पेक्टर और महिला कॉन्सटेबल का अबतक कोई सुराग नहीं लग सका है। फिलहाल, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
Policemen Car Falling Video :मध्य प्रदेश के उज्जैन में शनिवार रात पुलिसकर्मियों की कार शिप्रा नदी के बड़े पुल से नीचे गिरने का एक लाइव वीडियो सामने आया है। सामने आए वीडियो में कार अन्य वाहनों के साथ जाती दिख रही है, लेकिन अचानक ही पुल से नीचे गिर गई। इधर, तलाश में जुटी एसडीआरएफ समेत अन्य रेस्क्यू दलों को थाना प्रभारी का शव मिलने के बाद संबंधित कार भी मिल गई है। पुलिस के अनुसार, कार पुल से करीब 2 कि.मी दूर मिली, जिसे बाहर निकालने में जुटे रेस्क्यू दल को कार के अंदर से उन्हेल टीआई अशोक शर्मा का शव मिला। वहीं एसआई मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल अब भी लापता हैं।
आपको बता दें कि, शहर के बड़नगर रोड पर शनिवार रात शिप्रा के बड़े पुल को पार करते समय एक कार नदी में गिर गई थी। रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रविवार सुबह पता चला कि कार में उन्हेल थाना प्रभारी अशोक शर्मा, एसआई मदनलाल निनामा और महिला आरक्षक आरती पाल सवार थे। अगले दिन अशोक शर्मा का शव तो मिल गया, लेकिन अन्य दो पुलिसकर्मियों का सुराग अगले 40 घंटे बाद भी कहीं कोई सुराग नहीं लग सका है।
मामले को लेकर एसपी प्रदीप शर्मा का कहना है कि, ने बताया कि उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम गुराड़िया से एक 14 वर्षीय किशोरी लापता हुई थी। शनिवार शाम को उसकी मोबाइल लोकेशन चिंतामण क्षेत्र में मिली थी। इस पर तीनों पुलिसकर्मी चिंतामण क्षेत्र जा रहे थे। कार आरती पाल चला रही थी। रात 8.55 बजे कार हादसे का शिकार हो गई।
जिस पुल पर हादसा हुआ, उसका निर्माण साल 1955 में बना था। इसका लोकार्पण पूर्व प्रधानमंत्री और तत्कालीन केंद्रीय परिवहन मंत्री लाल बहादुर शास्त्री ने किया था। इसकी लंबाई लगभग 150 मीटर और चौड़ाई 7.5 मीटर है। पुल पर रोशनी के इंतजाम नहीं है। वर्षा के दौरान पुल को नुकसान से बचाने के लिए रेलिंग भी निकाली ली जाती है।
थाना प्रभारी अशोक शर्मा का चक्रतीर्थ पर अंतिम संस्कार किया गया। गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया। बड़े बेटे हर्ष शर्मा ने मुखाग्नि दी। अशोक शर्मा मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर के रहने वाले थे। साल 1988 में मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा पास करने पर वह आरक्षक पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में 27 मई 1988 को उन्होंने ट्रेनिंग पूरी कर पीटीएस में टाप किया। उन्हें आउट आफ टर्न पदोन्नति मिली थी, जबकि वर्ष 2028 में वह सेवानिवृत्त होने वाले थे।