नोएडा पुलिस ने 1 करोड़ रुपए की ई-सिगरेट के साथ 2 तस्कर को अरेस्ट किया है। ये दोनों आरोपी ई- सिगरेट को दिल्ली NCR के स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को सप्लाई करते थे।
नोएडा क्राइम रिस्पांस टीम और सेक्टर- 20 पुलिस ने गुरुवार रात दिल्ली- एनसीआर में ई- सिगरेट की सप्लाई करने वाले गैंग के दो तस्करों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों के पास से 2480 ई- सिगरेट और चार किलो गांजा बरामद हुआ है, जिसकी कीमत एक करोड़ रुपए बताई जा रही है। वहीं, इस गैंग का सरगना पुलिस की गिरफ्त से फरार है।
डीसीपी क्राइम शक्ति मोहन अवस्थी ने बताया कि गुरुवार शाम को सूचना मिली कि गुरुग्राम से कुछ लोग ऑटो में भारी संख्या में ई-सिगरेट लेकर नोएडा आ रहे हैं। सूचना मिलते ही सीआरटी और सेक्टर-20 टीम एक्टिव हो गई। इसके बाद चेकिंग अभियान शुरू कर दी। देर रात मथुरा निवासी रवि कुमार और झारखंड के धनबाद निवासी शहनवाज को पुलिस ने भारी संख्या में ई-सिगरेट के साथ पकड़ लिया। गिरोह का सरगना गुरुग्राम निवासी जितेंद्र वालिया उर्फ केडी अभी पुलिस की पकड़ से दूर है।
पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने बताया कि गांजा और ई- सिगरेट का मालिक जितेंद्र वालिया उर्फ केडी उन्हें माल सप्लाई करने के लिए देता है। जिसें हम लोग दिल्ली एनसीआर के स्कूल, कालेजों, यूनिवर्सिटी और पीजी में रहकर पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को बेचते हैं। पैसे की जो बचत होती है, उसे हम लोग बांट लेते हैं।
इसकी मांग अधिक होने के कारण कीमत भी सामान्य गांजे और सिगरेट से कई गुना अधिक हो जाती है। बरामद हुई एक सिगरेट की कीमत चार से पांच हजार रुपये है। वहीं, गांजे की मादकता को बढ़ाने के लिए केमिकल रिएक्शन किया जाता था। इस कारण से इसकी बाजार में कीमत ज्यादा होती थी।