3 Feng Shui Items at Home to Remove Financial Problems : फेंगशुई के अनुसार घर में लाफिंग बुद्धा, बैंबू पौधा और फेंगशुई कछुआ रखने से आर्थिक तंगी दूर होती है और सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। ये तीनों चीजें गुडलक, समृद्धि और करियर ग्रोथ का रास्ता खोलती हैं।
Feng Shui Upay : आज के समय में कई लोग आर्थिक तंगी, करियर में रुकावट और घर में चल रही नेगेटिव एनर्जी से परेशान रहते हैं। अगर आप भी ऐसी ही किसी परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो फेंगशुई आपकी मदद कर सकता है। फेंगशुई के अनुसार घर में कुछ विशेष चीजें रखने से भाग्य बदलने लगता है, पॉजीटिव एनर्जी बढ़ती है और पैसा टिकने लगता है। जानिए कौन-सी हैं वे 3 (3 Feng Shui Items at Home to Remove Financial Problems) खास वस्तुएं जो आपके घर की किस्मत चमका सकती हैं।
फेंगशुई में लाफिंग बुद्धा को अत्यंत शुभ और सौभाग्य का प्रतीक माना गया है। ऐसा कहा जाता है कि जिस घर में लाफिंग बुद्धा रखा हो, वहां दुख और आर्थिक तंगी दूर होने लगती है। यह हँसते हुए बुद्धा का रूप घर में खुशहाली, समृद्धि और शांति लेकर आता है।
सबसे जरूरी बात यह है कि लाफिंग बुद्धा को घर के उस हिस्से में रखें, जहां से घर में प्रवेश करते ही सबसे पहले उस पर नजर पड़े। ऐसा करने से सकारात्मक ऊर्जा सीधे घर के अंदर प्रवेश करती है और धन के मार्ग खुलते हैं। फ्रंट एरिया, ड्राइंग रूम या मुख्य द्वार के पास यह बेहद शुभ माना जाता है।
फेंगशुई में बांस का पौधा यानी बैंबू ट्री बेहद शुभ माना गया है। यह पौधा घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है और नकारात्मकता को दूर करता है। माना जाता है कि जिस घर में बांस का पौधा रहता है, वहां आर्थिक तंगी नहीं टिकती और परिवार के लोग जीवन में लगातार तरक्की करते रहते हैं।
बैंबू ट्री को आप घर के ड्राइंग रूम, गैलरी या ऑफिस की टेबल पर भी रख सकते हैं। यह पौधा कम देखभाल में भी तेजी से बढ़ता है और सौभाग्य का प्रवाह बनाए रखता है।
फेंगशुई में कछुआ विकास, सुरक्षा और दीर्घायु का प्रतीक है। घर या ऑफिस में फेंगशुई कछुआ रखने से व्यक्ति के जीवन में स्थिरता आती है और काम में रुकावटें दूर होती हैं। माना जाता है कि यह कछुआ मान-सम्मान बढ़ाता है और करियर में तेजी से उन्नति करवाता है।
इसे उत्तर दिशा में रखना सबसे शुभ माना जाता है, क्योंकि यह दिशा करियर और सफलता का प्रतिनिधित्व करती है। ऑफिस डेस्क पर भी इसे रखने से काम में फोकस और सकारात्मकता बढ़ती है।