वाराणसी के सदर बाजार में सोमवार सुबह आग ने तबाही मचा दी। देखते ही देखते दुकानों में धमाके होने लगे। जिससे पूरा इलाका दहशत में आ गया। पुलिस और फायर ब्रिगेड की तत्परता से आग पर काबू तो पा लिया गया। जिससे एक बड़ा हादसा टल गया।
वाराणसी में सोमवार की सुबह छावनी क्षेत्र के सदर बाजार मीट मार्केट में अचानक लगी आग ने पूरे इलाके में अफरा-तफरी मचा दी। सैन्य कैंपस से सटे इलाके में हुए तेज धमाकों से लोग दहशत में आ गए। सूचना मिलते ही कैंट थाना पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और समय रहते आग पर काबू पा लिया। जिससे बड़ी त्रासदी टल गई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग सुबह करीब साढ़े आठ बजे शॉर्ट सर्किट से भड़की और देखते ही देखते आधा दर्जन दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। आग की लपटें इतनी तेज थीं कि वहां रखे करीब दर्जनभर व्यावसायिक गैस सिलेंडरों में से कई धमाकों के साथ फट गए। धमाकों की आवाज दूर-दूर तक सुनाई दी। जिससे लोग घरों से बाहर निकल आए। आग की चपेट में आने वालों में पवन अग्रहरि, रसीद अहमद, इरशाद कुरैशी, रमाकांत उपाध्याय और अविनाश की दुकानें शामिल हैं। सिलेंडरों के फटने से आग तेजी से फैल गई और आसपास खड़ी कई मोटरसाइकिलें भी जलकर खाक हो गईं। वहीं, पास ही स्थित बाइक मेकेनिक तहब्बर की दुकान में रखी नई और पुरानी गाड़ियां भी आग की लपटों में समा गईं।
सूचना मिलते ही कैंट थाने के मुंशी विनय यादव ने तत्काल फायर ब्रिगेड और इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा को सूचित किया। इंस्पेक्टर मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम ने पहुंचकर आसपास की दुकानों और भीड़भाड़ वाले इलाके को खाली कराया। तीन दमकल गाड़ियों ने घंटों की मशक्कत के बाद आग पर नियंत्रण पाया।
फायर विभाग की प्रारंभिक जांच में दुकानदारों की लापरवाही सामने आई है। अधिकांश दुकानों में न तो अग्निशमन यंत्र मौजूद थे। और न ही बिजली बोर्ड पर सुरक्षा उपकरण (एनसीबी) लगे थे। इस कारण आग तेजी से फैल गई।
धमाकों की तीव्रता इतनी अधिक थी कि सिलेंडर के टुकड़े कई मीटर दूर जा गिरे। छावनी परिषद द्वारा आवंटित दुकानों में रखे फ्रिज, डिफ्रिजर और अन्य उपकरण पूरी तरह जल गए। गनीमत यह रही कि पुलिस और फायर टीम की तत्परता से कोई जनहानि नहीं हुई। फिलहाल, पुलिस आग के सही कारणों की जांच में जुटी है।