नव वर्ष पर काशी विश्वनाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी है। इसी को देखते हुए 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक स्पर्श दर्शन बंद रहेंगे। मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह नियम लागू किया है।
वर्ष के अंत और नए वर्ष के प्रारंभ में मंदिरों, पूजा स्थलों पर भारी भीड़ होती है। अयोध्या, मथुरा, काशी में तो लाखों श्रद्धालु भगवान से आशीर्वाद लेने पहुंचते हैं। इसको देखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है, उस कारण मंदिर प्रशासन ने विशेष व्यवस्थाएं की हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर प्रशासन की तरफ से भीड़ नियंत्रण के लिए बाबा के स्पर्श दर्शन पर 2 जनवरी तक रोक लगा दी गई है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने 24 दिसंबर से 2 जनवरी तक स्पर्श दर्शन पर रोक लगाने का निर्णय लिया है, ताकि बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से व्यवस्थापित की जा सके। वाराणसी स्थित विश्व प्रसिद्ध श्री काशी विश्वनाथ धाम में सामान्य दिनों में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु भगवान का दर्शन करने आते हैं। नए साल के आगमन से पहले ही श्रद्धालुओं की भीड़ धाम में बढ़ने लगी है। इसको देखते हुए मंदिर प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है।
सुरक्षित दर्शन के लिए मंदिर में जिग-ज़ैग लाइन व्यवस्था के माध्यम से श्रद्धालुओं को परिसर में प्रवेश कराया जाएगा। अनुमान के मुताबिक 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। श्री काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर बनने के बाद से नए साल पर काशी आने वाले पर्यटकों की संख्या देश में किसी भी टूरिस्ट डेस्टिनेशन की तुलना में सबसे ज्यादा है। बता दें कि श्री काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग देश की 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। अनुमानतः हजारों श्रद्धालु नित्य बाबा के दर्शन करते हैं, त्योहारों और अन्य उत्सवों में यह संख्या लाखों तक पहुंच जाती है।