Asteroid: इन तीनों एस्टेरॉयड के नाम 2018 QE, 2024 TD3 और 2024 TK3 हैं। ये क्षुद्रग्रह यानी एस्टेरॉयड अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA के अंतरिक्ष पिंडों की निगरानी के लिए चल रहे मिशन का एक हिस्सा है।
Asteroid: आज रात यानी 9 अक्टूबर को धरती के पास से 3-3 एस्टेरॉयड गुजरेंगे। इनकी धरती के पास से नजदीकी इतनी है कि अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA ने इसके लिए अलर्ट जारी कर दिया है। NASA की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (JPL) 9 अक्टूबर को पृथ्वी (Earth) के पास से गुजरने वाले इन तीन क्षुद्रग्रहों पर बारीकी से नज़र रख रही है। इनकी धरती के पास इतनी निकटता वैज्ञानिकों के लिए एक अनोखी रिसर्च का मौका दे रही है।
इन तीनों एस्टेरॉयड का नाम 2018 QE, 2024 TD3 और 2024 TK3 है। ये क्षुद्रग्रह (Asteroid) अंतरिक्ष पिंडों की निगरानी के लिए NASA के चल रहे प्रयासों का एक हिस्सा हैं। नासा का कहना अलर्ट इसलिए जारी किया गया है कि कहीं इन एस्टेरॉयड की दिशा भटकी तो ये धरती पर गिर सकते हैं। जिससे कई जगहों पर ब्लैकआउट तक की स्थिति पैदा हो सकती है। ये तीनों एस्टेरॉयड अपोलो गैलेक्सी (आकाशगंगा) से छिटक कर अंतरिक्ष में बहुत तेज रफ्तार से दौड़ रहे हैं।
NASA की रिपोर्ट के मुताबिक इन तीनों में से पहले क्षुद्रग्रह का नाम 2018QE है। ये 32 फीट तक चौड़ा है। यानी एक बड़ी बस के आकार का। ये 32 हजार 700 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से धरती के पास से गुजरेगा। जब ये धरती के सबसे करीब होगा, तब इसकी धरती से दूरी 415,000 किलोमीटर की होगी। जो कि धरती और चंद्रमा के दूरी से भी ज्यादा है।
धरती के करीब आ रहे दूसरे एस्टेरॉयड का नाम 2024 TD3 है। इस क्षुद्रग्रह का आकार 99 फीट चौड़ा है। यानी एक हवाई जहाज जितना। जिस वक्त ये धरती के सबसे पास से होकर गुजरेगा, उस वक्त ये पृथ्वी से 2,320,000 किलोमीटर की दूरी पर होगा।
ये क्षुद्रग्रह इन तीनों में सबसे विशाल है। ये एक घर के बराबर का है। इसका आकार 57 फीट चौड़ा है। जिस वक्त धरती के सबसे करीब से गुजरेगा उस वक्त इसकी धरती से दूरी 2,350,000 किलोमीटर की होगी।
NASA की रिपोर्ट के मुताबिक इन क्षुद्रग्रह के धरती को कोई खतरा नहीं है। जब तक ये अपनी दिशा से ना भटके। क्योंकि अगर ये अपनी दिशा से भटके तो ये धरती के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। इससे कुछ जगहों पर भूकंप और सुनामी जैसा खतरा पैदा हो सकता है, वहीं कई जगहों पर ब्लैकआउट की समस्या आ सकती है। हालांकि ऐसा होने की संभावना बेहद कम है। ये क्षुद्रग्रह खतरनाक नहीं हैं, NASA का कहना है कि ये रिसर्च इन एस्टेरॉयड के फ्लाईबाई से मिले डेटा से इन अंतरिक्ष पिंडों की गति और संरचना के बारे में जानने में मदद मिलेगी।