
ऑस्ट्रेलियाई युवती टोयाह कॉर्डिंग्ले और भारतीय मेल नर्स राजविंदर सिंह। (फोटो: X)
Toyah Cordingley Murder: 40 साल के एक भारतीय मेल नर्स राजविंदर सिंह (Rajwinder Singh guilty) ने 24 साल की ऑस्ट्रेलियाई लड़की टोयाह कॉर्डिंग्ले (Toyah Cordingley murder) की चाकू से गोद-गोद कर हत्या कर दी। जगह थी क्वींसलैंड का सुनसान वांगेटी बीच (Wangetti Beach murder), तारीख 22 अक्टूबर 2018। हत्या कर हत्यारा चकमा देर कर देश से भाग जाता है और सात समंदर पार पुलिस के हाथ आता है। सात साल बाद केर्न्स कोर्ट ने राजविंदर को बिना पैरोल के उम्रकैद की सजा सुनाई। रिपोर्ट के अनुसार,वह खौफनाक मंजर था। शाम के चार बज रहे थे। टोयाह अपनी प्यारी स्टैफ़ी डॉगी इंडी को लेकर बीच पर टहल रही थी। उसी वक्त राजविंदर सिंह पत्नी से झगड़ा कर के घर से निकल कर वहां पहुंचा था। वह पहले से ही गुस्से था और उसकी जेब में 12 इंच का फल काटने वाला चाकू था। जैसे ही डॉगी इंडी उस पर भौंका, राजविंदर का पारा चढ़ गया। उसने 24 साल की ऑस्ट्रेलियाई युवती टोयाह का हाथ पकड़ा, घसीटा और उस पर एक के बाद एक 15 से ज़्यादा वार (Indian nurse Australia murder) कर दिए। उसके शरीर से खून की धार बह निकली। टोयाह ज़मीन पर गिर पड़ी। राजविंदर उसकी लाश रेत के टीले में आधी दबा कर भाग गया। कुत्ते को पास के पेड़ से रस्सी से बांध दिया गया, ताकि कोई जल्दी न आए।
बस दो दिन बाद भारतवंशी राजविंदर ने अपनी नर्स की नौकरी, पत्नी और तीन मासूम बच्चों को अलविदा कह दिया और भारत भाग गया। खुद को बचाने के लिए बहाना बनाया – “दादाजी बहुत बीमार हैं।” सच यह था कि वो फरार अपराधी बन चुका था। चार साल तक उसने परिवार से भी बात तक नहीं की।
पुलिस को तीसरे हफ्ते ही पता चल गया था। टोयाह की लाश केर्न्स से लगभग 40 किमी उत्तर में वांगेटी बीच पर रेत के टीलों के एक अलग हिस्से में आधी दबी हुई मिली थी। राजविंदर की कार और टोयाह का मोबाइल फोन एक ही टावर पर पिंग कर रहे थे। क्वींसलैंड पुलिस ने इतिहास रच दिया – पहली बार 10 लाख ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (लगभग 5.5 करोड़ रुपये) का इनाम रखा। यह ऑस्ट्रेलिया का अब तक का सबसे बड़ा इनाम था।
नवंबर 2022 की बात है। दिल्ली के पंजाबी बाग में एक गुरुद्वारे के बाहर चप्पे-चप्पे पर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने छापा मारा। राजविंदर चाय पी रहा था, उसके हाथ में कुल्हड़ था। पलक झपकते ही उसके हथकड़ी लग गई। भारत ने 2023 में उसे ऑस्ट्रेलिया को सौंप दिया।
जानकारी के अनुसार साल 2018 में टोयाह कॉर्डिंग्ले की हत्या के बाद राजविंदर सिंह की तलाश शुरू हुई, और 25 नवंबर 2022 को दिल्ली पुलिस ने उसे पकड़ा। भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रत्यर्पण संधि के तहत 2023 की शुरुआत में भारत सरकार ने उसका प्रत्यर्पण मंज़ूर कर दिया। अदालत में खुद राजविंदर ने भी विरोध नहीं किया और कहा कि वह ऑस्ट्रेलिया लौटना चाहता है, जिससे प्रक्रिया तेज़ हो गई। मार्च 2023 में उसे ऑस्ट्रेलिया भेज कर मुकदमे के लिए केर्न्स सुप्रीम कोर्ट में पेश किया गया।
केर्न्स सुप्रीम कोर्ट में जैसे ही जूरी ने “Guilty ” कहा, टोयाह के पिता सीट से खड़े हो गए। आँखें लाल, मुट्ठियाँ कसीं और पूरी ताकत से गालियां देते हुए कहा, …नरक में सड़ो !” कोर्ट रूम में सन्नाटा छा गया। राजविंदर ने सिर भी नहीं उठाया। जज ने सजा सुनाते हुए कहा, “यह हत्या सिर्फ क्रूर नहीं, बेहद ठंडे दिमाग से की गई है।” इसलिए बिना पैरोल की आजीवन कारावास की सजा सुनाई जाती है। बहरहाल, यह भारत-ऑस्ट्रेलिया प्रत्यर्पण संधि की सबसे बड़ी कामयाबी है।
ऑस्ट्रेलिया में रहने वाले ज्यादातर भारतीय शर्म से सिर झुकाए हुए हैं। सोशल मीडिया पर लिख रहे हैं – “एक शख्स ने पूरी कौम को बदनाम कर दिया।” वहीं टोयाह की मां ने कहा, “मेरी बेटी की आत्मा को 7 साल बाद अब कहीं शांति मिलेगी।” बटोयाह का कुत्ता इंडी आज भी जिंदा है, उसकी मां के पास रहता है और हर साल बीच पर फूल चढ़ाने जाता है।
संबंधित विषय:
Updated on:
08 Dec 2025 05:41 pm
Published on:
08 Dec 2025 05:36 pm
बड़ी खबरें
View Allविदेश
ट्रेंडिंग
