Amazon ने एक ऐसा कदम उठाया है जो कंपनी में काम करने वाले लोगों के लिए बड़ा झटका है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
दुनिया की सबसे बड़ी ई-कॉमर्स कंपनी Amazon ने एक ऐसा कदम उठाया है जिससे कंपनी में काम करने वाले वर्कर्स को बड़ा झटका लगा है और उनकी टेंशन बढ़ गई है।अक्टूबर के अंत में कंपनी ने बड़े लेवल पर छंटनी करने की घोषणा की थी जिससे करीब 14,000 लोगों की नौकरी पर तलवार लटक गई थी। अब रिपोर्ट सामने आई है कि कंपनी ने अक्टूबर में 1,800 से ज़्यादा इंजीनियरों को नौकरी से निकाल दिया।
Amazon के 1,800 से ज़्यादा इंजीनियरों को नौकरी से निकालने का असर कई सेक्टर्स पर पड़ा है। इनमें क्लाउड सर्विस और डिवाइस से लेकर रिटेल, एडवरटाइज़िंग और ऑनलाइन सामान का डिपार्टमेंट भी शामिल है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार Amazon की तरफ से जनवरी 2026 में फिर कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। इससे कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों की चिंता बढ़ गई है क्योंकि छंटनी से किसी भी डिपार्टमेंट में काम करने वाले कर्मचारी सुरक्षित नहीं हैं।
Amazon ने कोविड-19 महामारी के दौरान बड़ी संख्या में भर्ती की थी। उस समय ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड काफी बढ़ गया था और ऐसे में मांग भी बढ़ी। हालांकि अब मांग में कमी और आर्थिक दबाव के कारण कंपनी अपने खर्चों को नियंत्रित करने पर जोर दे रही है और इसी वजह से छंटनी करने का फैसला लिया है।
Amazon के सीईओ एंडी जेसी (Andy Jassy) कंपनी का वर्क कल्चर पूरी तरह से बदलना चाहते हैं। हालांकि इसका यह मतलब नहीं है कि Amazon अब एआई को ज़्यादा तवज्जो देगा। हालांकि कंपनी में लेयर्स को कम करना और फैसले लेने में तेज़ी लाना ज़रूरी है पर फिर भी एआई की तरफ झुकाव से कंपनी की वर्कफोर्स में बदलाव आ रहा है और अगर एआई इसी तरह से विकसित होता गया, तो आगे जाकर कई नौकरियों में कटौती संभव है।