पाकिस्तान में आसिम मुनीर को ताकत बढ़ गई है। आर्मी चीफ और फील्ड मार्शल होने के साथ ही अब उन्हें एक और बड़ा पद मिल गया है।
पाकिस्तान (Pakistan) में सेना का प्रभाव हमेशा से ही सबसे ज़्यादा रहा है और सेना के प्रमुख को पीएम और राष्ट्रपति से भी ताकतवर माना जाता है। ऐसी ही स्थिति वर्तमान में भी है। आसिम मुनीर (Asim Munir) को पाकिस्तान में सबसे ज़्यादा ताकतवर और प्रभावशाली व्यक्ति माना जाता है। पहले वह सिर्फ आर्मी चीफ थे। कुछ महीने पहले उन्हें फील्ड मार्शल बना दिया गया। अब मुनीर को एक और बड़ा पद मिल गया है।
मुनीर अब पाकिस्तान में तीनों सेनाओं के चीफ यानी कि चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेज़ - सीडीएफ (Chief Of Defense Forces - CDF) बन गए हैं। पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी (Asif Ali Zardari) ने गुरुवार को मुनीर को पाकिस्तानी चीफ ऑफ डिफेंस फोर्सेस के पद पर 5 साल के लिए नियुक्त किया। मुनीर पाकिस्तान के पहले सीडीएफ बन गए हैं।
सीडीएफ के तौर पर मुनीर की नियुक्ति पाकिस्तान में 27वें संवैधानिक संशोधन के बाद संभव हुई, जो 12 नवंबर को पारित हुआ था। संशोधन ने सीडीएफ का नया पद बनने का रास्ता साफ कर दिया। इसके बाद पीएम शहबाज़ शरीफ (Shehbaz Sharif) ने भी मुनीर की नियुक्ति को ग्रीन सिग्नल दे दिया।
मुनीर की पाकिस्तानी सीडीएफ के पद पर नियुक्ति को मिली-जुली प्रतिक्रिया मिल रही है। राष्ट्रपति जरदारी ने इस फैसले की तारीफ की है और पीएम शरीफ ने इसे राष्ट्रीय एकता का प्रतीक बताया है। वहीं पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी पीटीआई ने इसे 'बाकू संशोधन' और तानाशाही कहकर आलोचना की। देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा भी मुनीर को सीडीएफ बनाए जाने से खुश नहीं है।