बलूच विद्रोहियों के समय-समय पर पाकिस्तानियों को निशाना बनाने के मामले सामने आते हैं। अब एक बार फिर ऐसा ही मामला सामने आया है, जब बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी मजदूरों को निशाना बनाया है।
बलूच विद्रोहियों (Baloch Militants) और पाकिस्तान (Pakistan) की सरकार-सेना की जंग रुकने का नाम नहीं ले रही है। बलूच विद्रोही चाहते हैं कि बलूचिस्तान (Balochistan), पाकिस्तान से अलग हो जाए और अपने इरादे दर्शाने के लिए ये बलूच विद्रोही अक्सर ही पाकिस्तानी सेना और नागरिकों को निशाना बनाते हैं। एक बार फिर ऐसा ही देखने को मिला है, जब बलूच विद्रोहियों ने पाकिस्तानी नागरिकों को निशाना बनाया है। यह मामला ईरान (Iran) के सिस्तान-बलूचिस्तान (Sistan-Baluchestan) प्रांत के मेहरिस्तान (Mehrestan) जिले के एक गांव का है।
ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत के मेहरिस्तान जिले के एक गांव में शनिवार की रात को बलूच विद्रोहियों ने 8 पाकिस्तानी मजदूरों की हत्या कर दी। ये सभी मजदूर एक वर्कशॉप में कार काम करते थे और वहीँ रहते थे। मूल रूप से सभी पाकिस्तानी प्रांत पंजाब के बहावलपुर के रहने वाले थे। जानकारी के अनुसार बलूच विद्रोहियों ने इन मजदूरों के हाथ-पैर बांध दिए और फिर अंधाधुंध गोलीबारी करते हुए उन्हें मौत के घाट उतार दिया।
8 पाकिस्तानी मजदूरों पर हुए इस जानलेवा हमले को अंजाम देने के पीछे बलूचिस्तान नेशनल आर्मी (बीएनए) का हाथ है। बलूच विद्रोहियों के इस संगठन पर पाकिस्तान में बैन लगा हुआ है। इस संगठन के प्रवक्ता ने हमले की ज़िम्मेदारी ली।
बलूच विद्रोहियों की मनमानी रुकने का नाम नहीं ले रही है। बलूचिस्तान में अक्सर ही इस तरह के मामले देखने को मिलते हैं, जिससे आम जनता ही नहीं, सेना, पुलिस और सरकार भी परेशान हैं। इन विद्रोहियों पर लगाम लगाने की भी कोशिश की जा रही है, लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल रही है।