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12 साल की सज़ा काट रही रूसी-अमेरिकी महिला को बड़ी राहत, 8 महीने बाद मिली आज़ादी

Ksenia Karelina Is Free: रूसी मूल की अमेरिकी महिला, जो रूस की पैनल कॉलोनी में 12 साल की सज़ा काट रही थी, को 8 महीने बाद आज़ादी मिल गई है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।

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भारत

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Tanay Mishra

Apr 11, 2025

Ksenia Karelina lands in USA

Ksenia Karelina lands in USA

रूस (Russia) और यूक्रेन (Ukraine) के बीच 24 फरवरी, 2022 को युद्ध शुरू हुआ था और इसे 3 साल से भी ज़्यादा समय हो चुका है, लेकिन अभी भी यह खत्म नहीं हुआ है। युद्ध की वजह से यूक्रेन में अब तक जान-माल का काफी नुकसान हुआ है और कई शहर तबाह हो गए हैं। रूसी सेना को भी इस युद्ध में कई सैनिक गंवाने पड़े हैं। इस युद्ध में दुनिया के कई देश जहाँ यूक्रेन का समर्थन कर रहे हैं, तो ऐसे भी देश हैं जो रूस का समर्थन कर रहे हैं। रूस ने यूक्रेन का समर्थन करने वाले देशों के खिलाफ प्रतिबंधों के रूप में एक्शन भी लिया है। पिछले साल ऐसा ही करते हुए रूस ने रूसी मूल की अमेरिकी महिला केसेनिया करेलिना (Ksenia Karelina) को 12 साल की सज़ा सुनाते हुए पैनल कॉलोनी में डाल दिया था, जो एक तरह की जेल होती है। लेकिन अब केसेनिया को बड़ी राहत मिली है।

आज़ाद हुई केसेनिया

अगस्त 2024 से रूस की रूसी पैनल कॉलोनी में सजा काट रही केसेनिया को आज़ादी मिल गई है। उसे अमेरिका (United States Of America) और रूस के बीच हुई कैदियों की अदला-बदली के तहत रिहा कर दिया गया है। केसेनिया की रिहाई के बदले में अमेरिका ने आर्तुर पेत्रोव (Artur Petrov) को रिहा किया है। आर्तुर को अगस्त 2023 में अमेरिका के अनुरोध पर रूस को संवेदनशील माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स की तस्करी के आरोप में साइप्रस (Cyprus) में गिरफ्तार किया गया था। एक साल बाद उसे अमेरिका को प्रत्यर्पित कर दिया गया था। आज़ाद होने के बाद केसेनिया अमेरिका लौट आई है।


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किस आरोप में मिली थी सज़ा?

रूस की एक अदालत ने केसेनिया को 12 साल की सज़ा सुनाई थी। अदालत ने उसे देशद्रोह के मामले में सज़ा सुनाई थी। दरअसल केसेनिया ने एक चैरिटी में 51 डॉलर का दान दिया था। रूस की एफएसबी ने केसेनिया पर आरोप लगाया था कि उसने जिस चैरिटी में यह दान दिया, वो यूक्रेनी सेना के लिए हथियार खरीदने के लिए पैसे जुटाने का काम करती है, जिसका रूस के खिलाफ युद्ध में इस्तेमाल किया जाता है। इसी वजह से केसेनिया पर देशद्रोह का आरोप लगाया गया था।

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