विदेश

Bangladesh violence : बांग्लादेश में नई सरकार के खिलाफ भी हिंसा,राष्ट्रपति भवन पर धावा बोलने की कोशिश, मांगा इस्तीफा

Bangladesh violence: बांग्लादेश की शेख हसीना सरकार के बाद अब नई अंतरिम सरकार के खिलाफ भी जनता में व्यापक आक्रोश है और अवाम का आक्रोश उफन रहा है। इस बार कारण दूसरा है और गुस्से का यह तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है।

2 min read
Oct 23, 2024
Bangladesh Agitation again.

Bangladesh violence: बांग्लादेश में तनाव व्याप्त है (bangladesh protest news)।प्रदर्शनकारियों ( protests in bangladesh)ने पूर्व प्रधानमंत्री हसीना पर टिप्पणी को लेकर राष्ट्रपति शहाबुद्दीन के इस्तीफे की मांग की, जिससे बांग्लादेश में झड़पें (violent agitation in bangladesh) और राजनीतिक उथल-पुथल मच गई। बांग्लादेश में हिंसा (Bangladesh Violence) से देश के हालात बहुत खराब हो गए हैं। बांग्लादेश में हाल के दिनों में राजनीतिक तनाव काफी बढ़ गया है। प्रदर्शनकारी पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की हालिया टिप्पणियों को लेकर राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। इस मुद्दे ने देश में व्यापक विरोध प्रदर्शन और झड़पें पैदा कर दी हैं। कई सौ प्रदर्शनकारियों ने अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना पर अपनी हालिया टिप्पणी के लिए राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ( shahabuddin the new president of bangladesh) के इस्तीफे की मांग करते हुए राष्ट्रपति भवन पर धावा बोलने (uproar outside president house) की कोशिश की। उनका आरोप है कि राष्ट्रपति ने शेख हसीना के लिए अपमानजनक टिप्पणी की थी, जो उनके प्रति असम्मान को दर्शाती है। इसके परिणामस्वरूप, सुरक्षा बलों के साथ झड़पें हुईं, जिसमें कई लोग घायल हो गए।

सरकार इस प्रदर्शन को असामाजिक तत्वों का काम मानती है

गौरतलब है कि बांग्लादेश की राजनीति में यह उथल-पुथल लंबे समय से चल रही है, लेकिन हाल के घटनाक्रम ने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है। विपक्षी दलों का कहना है कि यह राष्ट्रपति का कर्तव्य है कि वह लोगों की भावनाओं का सम्मान करें और इस्तीफा दें। वहीं, सरकार इस प्रदर्शन को असामाजिक तत्वों का काम मानती है और स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रही है राजनीतिक संकट को देखते हुए, बांग्लादेश के नागरिकों में चिंता बढ़ रही है, और कई लोग शांतिपूर्ण समाधान की उम्मीद कर रहे हैं। इस संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रिया और मध्यस्थता भी महत्वपूर्ण हो सकती है।

Also Read
View All

अगली खबर