South Korea Plane Crash: साउथ कोरिया में हुए प्लेन क्रैश के मामले पर अब देश के मंत्रालय की तरफ से पहली बार एक बड़ी पुष्टि की गई है।
साउथ कोरिया (South Korea) में 29 दिसंबर की सुबह प्लेन क्रैश (Plane Crash) का भीषण मामला सामने आया। जेजू एयर (Jeju Air) का बोइंग 737-800 विमान थाईलैंड (Thailand) के बैंकॉक (Bangkok) से साउथ कोरिया के मुआन (Muan) लौट रहा था। मुआन इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर लैंडिंग के दौरान विमान रनवे पर फिसल गया और उसकी एक फेंस से टक्कर हो गई। टक्कर होते ही विमान में जोर का धमाका हुआ और विमान आग का गोला बन गया। हादसे के समय विमान में 175 यात्री और 6 क्रू मेंबर्स थे। इस हादसे में 179 लोगों की मौत हो गई और सिर्फ 2 लोग ही ज़िंदा बचे, जो विमान में क्रू मेंबर्स के तौर पर काम कर रहे थे। प्लेन क्रैश होने की वजह की एक से ज़्यादा थ्योरीज़ सामने आई, लेकिन बर्ड स्ट्राइक (Bird Strike) को ही इसका कारण जा रहा था। अब इस मामले में पहली बार साउथ कोरियाई मंत्रालय की बड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
साउथ कोरिया के लैंड, इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट मंत्रालय ने पहली बार हादसे के कारण की पुष्टि की। मंत्रालय ने मान लिया कि प्लेन क्रैश बर्ड स्ट्राइक (पक्षी की विमान से टक्कर) की वजह से हुई हुआ। पक्षियों के एक झुंड के विमान से टकराने की वजह से यह हादसा हुआ।
बर्ड स्ट्राइक ज्यादातर विमान के टेक-ऑफ और लैंड करने के दौरान ही होती है। हालांकि हर बर्ड स्ट्राइक घातक नहीं होती. लेकिन कुछ मामलों में यह बेहद घातक हो सकती है और बड़े हादसों का कारण बन सकती है। जब पक्षी विमान के ढांचे से टकराते हैं, तो सामान्य तौर यह गंभीर समस्या नहीं होती। हालांकि अगर पक्षी विमान के इंजन में घुस जाएं जो इसके विंग पर होता है, तो इससे इंजन को नुकसान हो सकता है। इससे थ्रस्ट (गति) की कमी और कंट्रोल में कठिनाई हो सकती है। इंजन में पक्षियों के फंसने से इंजन की फैन ब्लेड्स को भारी नुकसान हो सकता है। इससे इंजन फेल हो सकता है। ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि छोटी सी चिड़िया (Little Bird) भी विमान के लिए उड़ता बम बन सकती है।