अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के चीन पर एक्स्ट्रा 100% टैरिफ लगाने का फैसला किया है। हालांकि चीन ने इस पर साफ कर दिया है कि वो, अमेरिका से ट्रेड वॉर नहीं चाहता, लेकिन ट्रंप से डरकर पीछे भी नहीं हटेगा।
अमेरिका (United States Of America) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने एक बार फिर चीन (China) पर 'टैरिफ बम' फोड़ा है। ट्रंप ने चीन पर एक्स्ट्रा 100% टैरिफ लगाने का फैसला किया है। यह 1 नवंबर से लागू होगा। इसके बाद चीन पर 155-158% टैरिफ हो जाएगा, क्योंकि ट्रंप ने पहले से ही चीन पर 55-58% टैरिफ लगाया हुआ है। एक्स्ट्रा 100% टैरिफ वाली कैटेगरी में अर्धचालक, इलेक्ट्रिक वाहन, बैटरी, चुम्बक और रेयर अर्थ मिनरल्स शामिल हैं। इसके साथ ही ट्रंप ने 'अहम सॉफ्टवेयर' निर्यात को भी सीमित कर दिया है।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने ट्रंप के एक्स्ट्रा टैरिफ के फैसले पर जवाब देते हुए कहा कि अमेरिका ‘राष्ट्रीय सुरक्षा’ की अवधारणा का दुरुपयोग कर रहा है और सेमीकंडक्टर सहित कई क्षेत्रों में चीन पर गलत टैरिफ थोप रहा है। मंत्रालय की तरफ से कहा गया कि चीन, अमेरिका से ट्रेड वॉर नहीं चाहता।
चीन के वाणिज्य मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि भले ही उनका देश, अमेरिका से ट्रेड वॉर नहीं चाहता है लेकिन वो, ट्रंप से डरकर पीछे भी नहीं हटेगा। मंत्रालय ने साफ कर दिया है कि अगर अमेरिका गलत राह पर चला, तो चीन वैध हितों की रक्षा के लिए निर्णायक कदम उठाएगा। चीन की तरफ से यह भी स्पष्ट कर दिया गया कि मानवीय और आपात उद्देश्यों के लिए पात्र निर्यातकों को लाइसेंस दिए जाएंगे।
चीन के मामले पर ट्रंप के सुर अचानक फिर बदल गए हैं। चीन पर एक्स्ट्रा 100% टैरिफ लगाने वाले ट्रंप ने अब चीन के बारे में एक नया बयान दे दिया है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर लिखा, "चीन की चिंता मत करो, सब ठीक हो जाएगा। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के लिए हाल ही में एक बुरा पल रहा। वह अपने देश में मंदी नहीं चाहते, और न ही मैं। अमेरिका, चीन की मदद करना चाहता है, उसे नुकसान नहीं पहुंचाना चाहता।"