Pakistan Bulgaria Relation: पाकिस्तान के करीबी देश बुल्गारिया ने पाकिस्तानी नागरिक को तुर्की-बुल्गारिया बॉर्डर पर घंटों हिरासत में रखा और उस पर यातनाएं भी की।
पाकिस्तान (Pakistan) के एक करीबी सहयोगी देश ने उसे उस समय हैरान कर दिया, जब बुल्गारिया (Bulgaria) की सीमा पर एक पाकिस्तानी नागरिक को घंटों हिरासत में रखा गया और उस पर यातना के गंभीर आरोप लगाए गए। यह घटना दोनों देशों के बीच मजबूत कूटनीतिक रिश्तों के दावों पर सवाल उठाती है, जिसे पाकिस्तान अक्सर अपनी विदेश नीति में "जिगरी दोस्ती" के रूप में प्रचारित करता रहा है।
सूत्रों के अनुसार, एक पाकिस्तानी नागरिक, जिसका नाम अभी सार्वजनिक नहीं किया गया है, बुल्गारिया की सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों के आरोप में हिरासत में लिया गया। बताया जा रहा है कि यह व्यक्ति वैध दस्तावेजों के साथ यात्रा कर रहा था, लेकिन बुल्गारियाई अधिकारियों ने उसे कई घंटों तक हिरासत में रखा। इस दौरान उससे कथित तौर पर कठोर पूछताछ की गई, जिसे उसने "मानसिक और शारीरिक यातना" करार दिया।
हिरासत में लिए गए व्यक्ति ने दावा किया कि उसे बिना किसी स्पष्ट कारण के कई घंटों तक एक छोटी, नम कोठरी में रखा गया, जहां उसे भोजन या पानी तक नहीं दिया गया। इसके अलावा, पूछताछ के दौरान उससे अपमानजनक व्यवहार किया गया और उसकी राष्ट्रीयता को लेकर तंज कसे गए।
इस घटना ने पाकिस्तान में हलचल मचा दी है। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने इस मामले को "गंभीर चिंता" का विषय बताते हुए बुल्गारिया से स्पष्टीकरण मांगा है। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा, "हम अपने नागरिकों की सुरक्षा और सम्मान को सर्वोपरि मानते हैं। बुल्गारिया के अधिकारियों को इस मामले की तत्काल जांच करनी चाहिए और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।"
दूसरी ओर, बुल्गारियाई अधिकारियों ने अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है। हालांकि, कुछ अनौपचारिक सूत्रों का कहना है कि हिरासत में लिया गया व्यक्ति सीमा पर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल था, जिसके कारण उससे पूछताछ की गई। बुल्गारिया ने हाल के वर्षों में अपनी सीमाओं पर सुरक्षा को लेकर सख्ती बढ़ाई है, खासकर अवैध प्रवास और तस्करी को रोकने के लिए।
पाकिस्तान और बुल्गारिया के बीच कूटनीतिक संबंध लंबे समय से मैत्रीपूर्ण रहे हैं। दोनों देश व्यापार, संस्कृति और रक्षा के क्षेत्र में सहयोग करते रहे हैं। हालांकि, यह घटना इन रिश्तों पर तनाव पैदा कर सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि यदि इस मामले को जल्दी और पारदर्शी तरीके से हल नहीं किया गया, तो यह दोनों देशों के बीच विश्वास की कमी को बढ़ा सकता है।