हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में अब विदेशी छात्रों के दाखिले पर रोक लगेगी। क्या है इसकी वजह? आइए जानते हैं।
अमेरिका (United Students) के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) अपने दूसरे कार्यकाल में बड़े और हैरान करने वाले फैसले लेने से पीछे नहीं हट रहे हैं। ट्रंप को कार्यभार संभाले अभी 5 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं, लेकिन इस दौरान उन्होंने कई ऐसे फैसले लिए हैं जो चौंकाने वाले हैं। ट्रंप के फैसलों से लोगों में नाराज़गी भी बढ़ी है। पिछले कुछ समय से अमेरिकी राष्ट्रपति और हार्वर्ड यूनिवर्सिटी (Harvard University) के बीच चल रहा तनाव किसी से छिपा नहीं है। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी, अमेरिका की सबसे जानी-मानी यूनिवर्सिटीज़ में से एक है और ट्रंप ने कुछ समय पहले इसकी सरकारी फंडिंग रोकने का आदेश दिया था। अब ट्रंप ने हार्वर्ड को एक और बड़ा झटका दिया है।
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में बड़ी संख्या में विदेशी छात्र पढ़ते हैं। ट्रंप इसके विरोध में हैं और नहीं चाहते कि अमेरिका की इस लोकप्रिय यूनिवर्सिटी में दूसरे देशों के छात्र पढ़े। ऐसे में अब ट्रंप प्रशासन ने एक ऐसा फैसला लिया है जिससे हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में विदेशी छात्रों को वीज़ा नहीं मिलेगा। ट्रंप ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने की इच्छा रखने वाले विदेशी छात्रों के वीज़ा पर रोक लगा दी है। इसके लिए उन्होंने एक घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके बारे में व्हाइट हाउस (White House) ने जानकारी दी है।
ट्रंप प्रशासन ने हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में दाखिला लेने वाले छात्रों के वीज़ा पर रोक लगाने के फैसले के पीछे राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला दिया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 6 महीने के लिए हार्वर्ड में दाखिला लेने की इच्छा रखने वाले किसी विदेशी छात्र को अमेरिकी स्टूडेंट वीज़ा नहीं दिया जाएगा।
ट्रंप के इस फैसले का हार्वर्ड यूनिवर्सिटी ने विरोध जताया है। इस मामले पर बात करते हुए हार्वर्ड के प्रवक्ता ने कहा, "ट्रंप का यह फैसला यूनिवर्सिटी के प्रथम संशोधन अधिकारों का उल्लंघन है और पूरी तरह से अवैध और प्रतिशोधात्मक कदम है। हार्वर्ड में विदेशी छात्रों के दाखिले पर रोक लगाने की कोशिश सरासर गलत है और यूनिवर्सिटी अपने विदेशी छात्रों की सुरक्षा करना जारी रखेगी।"