Donald Trump Ukraine statement: कुछ वक्त पहले तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लगता था कि यूक्रेन जंग में बेहतर स्थिति मे है। लेकिन अब उनका दावा है कि रूस से जंग में यूक्रेन हार रहा है।
Russia Ukraine peace talks: रूस-यूक्रेन के बीच शांति की कोशिशें कमजोर होती दिखाई दे रही हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इसके लिए यूक्रेन को कुसूरवार ठहराया है। उनका कहना है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदोमिर जेलेंस्की शांति प्रस्ताव को लेकर गंभीर नहीं हैं। साथ ही ट्रंप ने यह दावा भी किया है कि यूक्रेन जंग में हार की दहलीज पर पहुंच गया है। रूस उससे काफी बेहतर स्थिति में है।
डोनाल्ड ट्रंप के दावे के बाद यह माना जा रहा है कि अगर युद्ध में फिर से पहले जैसी तेजी आती है, तो यूक्रेन के लिए ज्यादा देर तक टिकना आसान नहीं है। हालांकि, ट्रंप के दावे की अधिकारियों ने हवा निकाल दी है। सीएनएन की रिपोर्ट में कई अधिकारियों के हवाले से बताया गया है कि जंग के मैदान में कुछ नहीं बदला है। यह कहना कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सेना के जंग जल्द जीत हासिल कर लेगी, पूरी तरह गलत है। यूएस और यूरोप के आकलन में बस इतना सामने आया है कि रूस ने फ्रंटलाइन पर थोड़ी बढ़त हासिल की है। वह यूक्रेन की महत्वपूर्ण सप्लाई तक पहुंच गया है। लेकिन इसके लिए रूसी सेना को बड़ी कीमत चुकनी पड़ी है।
यूक्रेन के एक अधिकारी ने कहा कि रूसी धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन ऐसा पिछले कई महीनों से हो रहा है और उसमें कोई बड़ा बदलाव नहीं है। लातविया के विदेश मंत्री बैबा ब्रेज़ ने सीएनएन से बातचीत में कहा कि पिछले एक साल में रूस, यूक्रेन की 1% से भी कम भूमि पर कब्जा कर पाया है, इसे जंग जीतना नहीं कहा जा सकता। हालांकि, एक वरिष्ठ यूएस अधिकारी का कहना है कि यूक्रेन की डिफेंसिव पोजीशन सीमित हो रही है। रूस, यूक्रेनी शेयर पोक्रोव्स्क पर कब्जे का दावा कर रहा है। जबकि यूक्रेन का कहना है कि जंग अभी जारी है।
डोनाल्ड ट्रंप रूस और यूक्रेन के बीच शांति स्थापित करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन जेलेंस्की के हालिया कुछ बयानों ने उन्हें निराश किया है। ऐसे में यह आशंका भी बनी हुई है कि ट्रंप पीछे हट सकते हैं। यदि ऐसा होता है, तो दोनों देशों के बीच युद्ध अपने चरम स्तर पर पहुंच सकता है। यूएस अधिकारियों का मानना है कि यह युद्ध ट्रंप के लिए एक पॉलिटिकल लायबिलिटी बनता जा रहा है। सोमवार को एक इंटरव्यू में डोनाल्ड ट्रंप ने यूक्रेन को हार का डर दिखाया। उन्होंने कहा कि यूक्रेन को आगे आकार सच्चाई को स्वीकार करना होगा। आप जानते हैं कि आप हार रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूक्रेन ने बड़े पैमाने पर अपनी जमीन गंवा दी है, और इसे युद्ध जीतना नहीं कहा जा सकता।
यहां गौर करने वाली बात यह है कि करीब दो महीने पहले ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन इस युद्ध को जीत सकता है। न्यूयॉर्क में UN जनरल असेंबली में यूक्रेनी राष्ट्रपति से मिलने के अब्द डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन न केवल लाइन पर डटा रह सकता है, बल्कि रूसी कब्जे से अपने सभी इलाकों को आजाद करा सकता है। एक सोशल मीडिया पोस्ट में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था - यूक्रेन-रूस की मिलिट्री और इकोनॉमिक स्थिति को पूरी तरह से समझने के बाद मुझे लगता है कि यूरोपियन यूनियन के सपोर्ट के साथ यूक्रेन लड़ने और अपने सभी इलाकों को रूसी कब्जे से छुड़ाने की बेहतर स्थिति में है। और कौन जानता है कि वह इससे भी ज्यादा कर जाए।