Energy Drink: एनर्जी ड्रिंक के नुकसान को देखते हुए कंबोडिया के स्कूलों में एनर्जी ड्रिंक पर पूरी तरह बैन लगा दिया गया है।
Energy Drink: कंबोडिया ने बीते मंगलवार को स्कूलों में एनर्जी ड्रिंक पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया है। एनर्जी ड्रिंक बैन करने की वजह युवाओं में मधुमेह के बढ़ते मामले को बताया गया। न्यूज एजेंसी शिन्हुआ ने कंबोडिया के उप-प्रधानमंत्री और शिक्षा, युवा और खेल मंत्री हैंग चुओन नारोन के निर्देशों का हवाला देते हुए बताया है कि कंबोडिया (Cambodia) की सरकार ने ये फैसला एनर्जी ड्रिंक सेवन से होने वाली बीमारियों खासतौर पर डायबिटीज़ के खतरे को रोकने के लिए लिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक स्कूलों में और उसके आस-पास बिकने वाले एनर्जी ड्रिंक्स पर बैन लगा दिया है इसके साथ ही इन एनर्जी ड्रिंक्स का विज्ञापन, प्रचार-प्रसार, मार्केटिंग भी नहीं होगी, इस पर भी पूरी तरह प्रतिबंध है। ये फैसला देश भर के सभी सरकारी, प्राइवेट स्कूलों के साथ-साथ तकनीकी शिक्षा संस्थानों पर भी लागू होंगे। सभी स्कूलों को आदेश है कि जब छात्र-छात्राएं राष्ट्रीय ध्वज को सलामी देने के लिए स्कूल परिसर में इकट्ठा हों तो उन्हें एनर्जी ड्रिंक्स से होने वाले निगेटिव रिजल्ट्स के बारे में बताएं।
ये भी निर्देश है कि अगर कोई स्कूल सरकार के इस फैसले का उल्लंघन करता है, तो स्कूल के भीतर और आसपास इसे बेचने वाले विक्रेताओं से एनर्जी ड्रिंक जब्त कर लिए जाए और उनके स्टॉल का किराया अनुबंध रद्द कर दिया जाएगा। नोम पेन्ह में यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज हॉस्पिटल के शिलान्यास समारोह के दौरान उप-प्रधानमंत्री ने कहा था कि स्कूलों के कुछ बच्चे एक दिन में 3-3 कैन शुगर या एनर्जी ड्रिंक्स पी जाते हैं। इसलिए कंबोडिया में डायबिटीज़ से होने वाली मौतों की दर में बढ़ोतरी में एक बड़ा कारण ये भी है।