Pager Explosion in Lebanon: लेबनान में हुए आतंकी हमले से पूरी दुनिया हिल गई है और सभी जानना चाहते हैं कि आखिर पेजर से सिलसिलेवार कई हमले कैसे किए गए और ये पेजर बम क्या बला है,लेबानान को किस पर शक है,पढ़ें ये रिपोर्ट :
Pager Explosion in Lebanon: लेबनान में आतंककारियों ने मंगलवार को पेजर से सिलसिलेवार कई बम धमाके (Pager bombs) किए। आतंकियों ने लेबनान के लिहाज से यह नया तरीका अपनाया, लेकिन बीस साल पहले ऐसे हमले होते रहे हैं। पेजर से हमले (Pager Explosion in Lebanon) की किसी को इसलिए आशंका नहीं थी कि मोबाइल के जमाने में इसका इस्तेमाल कम किया जाता है और कई देशों में तो यह प्रचलन में भी नहीं है। सभी लोग इसलिए भी निश्चिंत थे कि लेबनान के मंत्री ने लोगों से मोबाइल से दूर रहने के लिए कहा था, मगर हमलावरों ने चकमा दिया और पेजर सेसिलसिलेवार हमले (serial explosions) कर दिए।
अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, ये सभी ब्लास्ट मोबाइल के बजाय पेजर्स (एसएमएस टेक्स्ट जैसा संदेश भेजने वाला उपकरण) के जरिये किए गए हैं।
लेबनान से अब तक की सूचना के अनुसार लेबनान में मंगलवार को हमलावरों ने पेजर को टैस्क्स्ट मैसेज से जोड कर लीथियम बैटरी (lithium batteries) के माध्यम से हमला किया और जैसे ही बैटरी गर्म हुई, वैसे ही हमला हो गया। इस तरह एक ही समय में कई पेजर में एक साथ धमाके हुए और चारों तरफ हाहाकार मच गया।
रक्षा विशेषज्ञों के अनुसार लीथियम बहुत माइनर बैटरी होती है। लिथियम-आयन बैटरी में आग लगने का एक और आम कारण उच्च तापमान के संपर्क में आना है। इन बैटरियों को एक विशिष्ट तापमान सीमा के भीतर काम करने के लिए डिज़ाइन किया गया है यदि वे बहुत अधिक गर्म हो जाती हैं, तो वे अस्थिर हो सकती हैं, थर्मल रनवे की ओर ले जा सकती हैं, विस्फोटक गैसें पैदा कर सकती हैं या आग पकड़ सकती हैं।
इधर एक सूचना सामने आई है,जिसके अनुसार हमले के लिए मोसाद पर शक किया गया है और उसका नाम सामने आ रहा है। ध्यान रहे कि मोसाद (Mossad), इज़राइल की खुफिया एजेन्सी है, जिसकी स्थापना खुफिया संग्रह, गुप्त आपरेशन, और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए की गई थी।
जानकारी के अनुसार इस हमले के घायलों में बड़ी संख्या लेबनान के आतंकी संगठन हिजबुल्लाह (Hezbollah)के सदस्यों की है। इसके चलते हमले के पीछे इजराइली खुफिया एजेंसी मोसाद (Mossad)का हाथ होने का दावा किया जा रहा है। अगर हिजबुल्लाह (Hezbollah) ने हमला किया होता तो उसके इतने सारे सदस्य जख्मी नहीं होते।