G-7 Summit 2024: जब इटली में G-7 शिखर सम्मेलन हो रहा है तभी इटली की संसद में सांसदों में ही जमकर लात-घूसे चले। इतना ही नहीं इस पूरे शर्मनाक घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। जिसके बाद अब G-7 शिखर सम्मेलन (Group of Seven) की मेजबानी कर रहे इटली की छवि खराब हो रही है।
G-7 Summit 2024: पूरी दुनिया की नजरें इन दिनों इटली पर गड़ी हुई हैं क्योंकि इटली में 13 जून से G-7 शिखर सम्मेलन का आयोजन हुआ है जो 15 जून तक चलेगा। लेकिन इटली (Italy) की संसद में जो हुआ उसने पूरी दुनिया के सामने अपनी छवि खराब कर दी है। दरअसल जब इटली में G-7 शिखर सम्मेलन हो रहा है तभी इटली की संसद में सांसदों में ही जमकर लात-घूसे चले। इतना ही नहीं इस पूरे शर्मनाक घटनाक्रम का वीडियो भी सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो गया। जिसके बाद अब G-7 शिखर सम्मेलन (Group of Seven) की मेजबानी कर रहे इटली की छवि खराब हो रही है। आप भी ये वीडियो देखिए-
बता दें कि बीते बुधवार शाम को इटली (Itly) की संसद में जब कार्यवाही चल रही थी, तभी फाइव स्टार मूवमेंट पार्टी के डिप्टी लियोनार्डो डोनो ने स्वायत्तता समर्थक नॉर्दर्न लीग के क्षेत्रीय मामलों के मंत्री रॉबर्टो काल्डेरोली के बिल्कुल पास जाकर उनके चेहरे के सामने इटली का झंडा लहरा दिया। डोनो योजनाओं की निंदा करने और रोम से उन क्षेत्रों को ज्यादा स्वायत्तता देने की मांग कर रहे थे। इस कानून के आलोचकों ने तर्क दिया कि इटली के स्वायत्तता देने का फैसला देश की एकता को प्रभावित कर सकता है और उसे कमजोर कर सकता है।
डोनो ने काल्डेरोली के चेहरे के पास झंडा फहराने के बाद उनके साथी लीग प्रतिनिधियों ने अपनी बेंच छोड़ दीं और डोनो के पास आ गए, उन्होंने डोनो से इसका विरोध किया तो डोनो और उनके समर्थकों ने हाथापाई शुरू कर दी जिसके बाद दूसरे सांसदों ने भी फिर जमकर लात-घूसे चलाए। इस पूरी लड़ाई में 20 सांसद शामिल थे। इस हाथापाई में डोनो घायल हो गए जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया।
इस घटना पर इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) की पार्टी के सांसदों ने डोनो पर इस बात को भड़काने का आरोप लगाया है। यहां तक कि उन्होंने ये भी कहा कि डोनो अपने घायल होने का सिर्फ नाटक कर रहे हैं उन्हें कहीं कोई चोट नहीं लगी है। दूसरी तरफ डोनो की पार्टी ने इस लड़ाई की निंदा की और इसे डोनो पर हमला करार दिया।
G-7 जैसे इतने बड़े इवेंट के दौरान इटली में इस तरह की लडा़ई पर देश भर के नेताओं की प्रतिक्रिया आई है। ये घटनाक्रम इटली के अखबारों में फ्रंट पेज की हेडलाइन बना। कुछ नेताओं ने इस घटनाक्रम को मुसोलिनी काल से भी जोड़ दिया। बता दें इटली में हो रहे G-7 शिखर सम्मेलन में अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, जापान, जर्मनी, कनाडा और यूके के राष्ट्राध्यक्ष आए हुए हैं साथ ही भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आउटरीच के तौर पर शामिल हुए हैंं।