Lawrence Bishnoi Gang: कनाडा में पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों के घर के बाहर हुई गोलीबारी के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है। यह घटना दो महीने पहले 2 सितंबर को ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर में हुई थी।
Lawrence Bishnoi Gang: कनाडा में पंजाबी सिंगर एपी ढिल्लों ( AP Dhillon) के घर के बाहर हुई गोलीबारी के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार ( Arrest ) किया गया है, जबकि एक अन्य आरोपी अभी भी फरार है। यह घटना दो महीने पहले 2 सितंबर को ब्रिटिश कोलंबिया के वैंकूवर में हुई थी। कनाडा ( Canada) पुलिस ने कहा है कि दूसरे आरोपी विक्रम शर्मा की उनके पास कोई तस्वीर नहीं है, लेकिन उसके बारे में ऐसी जानकारी है कि वह भारत भाग चुका ( fugitive) है। पुलिस ने एक गिरफ्तारी और एक फरार आरोपी से आगे की जानकारी पर कहा कि मामला अदालत में है, इसलिए ज्यादा जानकारी नहीं दी जा सकती है। ढिल्लों के ब्रिटिश कोलंबिया के वैनकूवर स्थित आवास के घर के बाहर फायरिंग ( Shooting ) की गई थी। वहीं इस घटना की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ( Lawrence Bishnoi Gang) ने ली थी। पुलिस ने 30 अक्टूबर को एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
कनाडा पुलिस ने अपने बयान में कहा है कि एपी ढिल्लों के ब्रिटिश कोलंबिया स्थित घर पर गोलियां चलाने के आरोपी एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस का मानना है कि इस मामले में दूसरा फरार आरोपी भारत भाग गया है। ये घटना करीब दो महीने पहले दो सितंबर को हुई थी। इसके बाद से कनाडा पुलिस इस मामले की जांच में लगी हुई है। रॉयल कैनेडियन माउंटेड पुलिस के अनुसार, गिरफ्तार संदिग्ध की पहचान विन्निपेग के 25 वर्षीय अबजीत किंगरा के रूप में हुई है। आरोपी अभिजीत किंगरा को ओंटारियो से गिरफ्तार किया गया है। उसे शुक्रवार को ओंटारियो की अदालत में पेश किया जाएगा। पुलिस ने कहा कि दूसरे संदिग्ध का गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। दूसरे आरोपी की पहचान 23 वर्षीय विक्रम शर्मा के रूप में की गई है, जो विन्निपेग में रहता था लेकिन पुलिस को अब लगता है कि वह भारत में है।
गौरतलब है कि निज्जर और लॉरेंस बिश्नोई के मामले ने कनाडा और भारत के बीच तनाव को बढ़ा दिया है। कनाडा में रहने वाले सिख कार्यकर्ता हरदीपसिंह निज्जर की हत्या के मामले में भारत सरकार ने आरोप लगाया है कि इसमें लॉरेंस बिश्नोई गैंग का हाथ है। भारत ने निज्जर की हत्या के संदर्भ में कनाडा से सहयोग की मांग की है, जबकि कनाडा ने इस मामले की स्वतंत्र जांच की आवश्यकता पर जोर दिया है। यह स्थिति दोनों देशों के बीच diplomatic relations को प्रभावित कर रही है, और हाल के महीनों में सुरक्षा और आपराधिक गतिविधियों के संदर्भ में चिंताओं को बढ़ा रही है।
इधर कनाडा में सिख समुदाय ने निज्जर की हत्या को एक राजनीतिक हत्या के रूप में देखा है, जिसके परिणामस्वरूप वहाँ तनाव और विरोध प्रदर्शन हुए हैं। इस पूरे मामले ने भारत और कनाडा के बीच सुरक्षा, आतंकवाद और प्रवासी समुदायों के अधिकारों को लेकर बातचीत को और अधिक जटिल बना दिया है। इस मामले के पीछे की राजनीति और सुरक्षा के पहलुओं ने दोनों देशों के संबंधों को और भी तनावपूर्ण बना दिया है, और इसे हल करने के लिए दोनों सरकारों को गंभीरता से विचार करने की आवश्यकता है।