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चीन के ये पांच हथियार दे रहे अमेरिकी सैन्य क्षमता को चुनौती, जानिए इनकी खासियत

चीन ने विक्ट्री परेड के दौरान अपनी सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन किया। इस दौरान चीन ने पांच ऐसे हथियार दिखाए, जिसे देखकर दुनिया भर के रक्षा विशेषज्ञ चौंक गए। उन्होंने कहा कि यह अमेरिकी सैन्य क्षमता को सीधी चुनौती है।

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Sep 05, 2025
विक्ट्री परेड में चीनी हथियार (फोटो-IANS)

3 सितंबर को चीन ने द्वितीय विश्व युद्ध में जापान पर अपनी जीत की 80वीं वर्षगांठ को धूमधाम से मनाया। बिजिंग के तियानमेन स्क्वायर पर इस दौरान चीन ने अपनी सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया। इससे चीनी आधुनिक हथियार वैश्विक रक्षा जगत में चर्चा में आ गए। चीन के ये पांच हथियार सीधे तौर पर अमेरिकी क्षमता को चुनौती देते हुए दिखाई पर रहे हैं।

AI ड्रोन: चीन सहित दुनिया भर के देशों ने रूस-यूक्रेन, ईरान-इजरायल युद्ध से यह एहसास कर लिया है कि मॉर्डन वॉरफेयर में लड़ाई में दबदबा उसी का रहेगा, जो तकनीक और ड्रोन्स में आगे रहेगा। चीन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आधारित ड्रोन्स पर ध्यान लगाए हुए है। ये AI ड्रोन्स न सिर्फ दुश्मन को तबाह कर सकते हैं, बल्कि अपनी सेनाओं को भी रियल टाइम में सही जानकारी पहुंचाकर मदद पहुंचा सकते हैं।

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AJX002 विशाल सबमरीन ड्रोन: यह बिना चालक के पानी के नीचे चलने वाला वाहन है। जो दुश्मन के इलाके में प्रवेश करके टोही अभियानों को अंजाम दे सकता है। जबकि GJ11 ड्रोन्स, एक स्टील्थ एट टैक ड्रोन है जो पारंपरिक लड़ाकू विमानों के साथ उड़ान भर सकता है और उनके अभियानों में उनकी सहायता कर सकता है।

LY-1 लेज़र हथियार: चीन ने विक्ट्री परेड के दौरान पहली बार अपने लेजर हथियार का प्रदर्शन किया। LY-1 एक बख्तरबंद ट्रक पर लगा लेज़र हथियार है जो दुश्मन के विमानों, ड्रोन और अन्य वाहनों के इलेक्ट्रॉनिक्स को जला या निष्क्रिय कर सकता है। चीन ने इसे नेवी के लिए भी डिजाइन किया है। यह अपनी तरफ आ रहे ड्रोन्स के झुंड को आसानी से खत्म कर सकता है। साथ ही, यह काफी किफायती भी है।

ICBM और 'गुआम किलर': परेड के दौरान प्रदर्शित मिसाइलों की प्रभावशाली श्रृंखला में डोंग-फेंग-5 परमाणु क्षमता वाली आईसीबीएम का एक नया संस्करण शामिल किया गया था। ये मिसाइलें 12 वारहेड तक ले जाने में सक्षम है। साथ ही, इसे भूमिगत ठिकानों से भी दागा जा सकता है। इसकी मारक क्षमता 12,400 मील है। इसकी जद में पूरा अमेरिका महाद्वीप है। वहीं, चीन का गुआम किलर प्रशांत महासागर के इलाकों में अमेरिकी सैन्य ठिकानों को नष्ट करने की क्षमता रखता है।

रोबोटिक वुल्फ: ये चौपाए रोबोट सैनिकों को रणनीतिक मदद मुहैया करा सकते हैं। साथ ही, सैन्य अभियानों के दौरान बारूदी सुरंगें साफ करना, टोही करना या दुश्मन सैनिकों को निशाना बनाने में भी सक्षम हैं। संभावना है कि चीन इसे मानव-सदृश रोबोट सैनिकों के रूप में विकसित कर सकता है।

नए ज़माने के स्टील्थ लड़ाकू विमान: चीन की पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी ने पहली बार अपनी पांचवीं पीढ़ी के लड़ाकू विमानों का भी प्रदर्शन किया। इनमें J-20, J-20A, J-20S, J-35A और J-35 शामिल थे। J-20S दुनिया का पहला ट्विन-सीट स्टील्थ जेट है, जबकि J-35 चीनी नौसेना का पहला रडार-चकमा देने वाला लड़ाकू विमान है। इन सभी का उद्देश्य चीन की बढ़ती वायु शक्ति क्षमताओं को प्रदर्शित करना है।

Updated on:
05 Sept 2025 11:40 am
Published on:
05 Sept 2025 11:39 am
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