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फ्रांस का ‘सुपर गिफ्ट’: भारत को मिलेगी 100% हॉट सेक्शन टॉप सीक्रेट टेक्नोलॉजी, अमेरिका-रूस देखते रह गए !

Safran Jet Engine Transfer: फ्रांस की साफ्रान कंपनी भारत को जेट इंजन की सबसे गोपनीय हॉट सेक्शन तकनीक 100% ट्रांसफर करेगी।

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Nov 28, 2025
फ्रांस की ओर से भारत के लिए रक्षा तकनीक की सौगात। (फोटो: AI Generated.)

Safran Jet Engine Transfer: भारत की रक्षा क्रांति के लिए यह ऐतिहासिक पल है। फ्रांस की एयरोस्पेस दिग्गज कंपनी साफ्रान ने भारत को वह खास टेक्नोलॉजी देने का वादा किया है, जिसे अमेरिका और रूस ने हमेशा अपने पास छुपा कर रखा है– यानि जेट इंजन की सबसे गोपनीय 'हॉट सेक्शन' तकनीक का पूरा 100% हस्तांतरण। अब भारत की पॉवर का प्रतीक पांचवीं पीढ़ी का स्टील्थ फाइटर एएमसीए (Advanced Medium Combat Aircraft) पूरी तरह स्वदेशी इंजन से उड़ेगा। ध्यान रहे कि सुखोई, मिग, राफेल, तेजस – सब विदेशी इंजनों पर निर्भर हैं। अब तक इंजन चलाने से लेकर उसका रखरखाव और स्पेयर पार्ट्स के रखरखाव तक सब विदेशों के रहम पर निर्भर था। कावेरी प्रोजेक्ट की असफलता ने दिल तोड़ा था। लेकिन अब साफ्रान-DRDO का जॉइंट वेंचर 120-140 kN थ्रस्ट वाला नया इंजन बनाएगा। साफ्रान के CEO ओलिवियर एंड्रीज ने साफ कहा, “यह पूर्ण तकनीकी हस्तांतरण है। हम भारत में ही डिजाइन और प्रोडक्शन करेंगे।” इस 7 अरब डॉलर (लगभग 61,000 करोड़ रुपये) की डील में हॉट सेक्शन भी शामिल है। खुशी की बात है कि सारा बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights) भारत का रहेगा।

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अमेरिका-रूस ने मना किया, फ्रांस ने क्यों हामी भरी ?

अमेरिका ने GE F414 की तकनीक कभी पूर्ण रूप से ट्रांसफर नहीं की, रूस ने AL-41F1 को अपने सीने से चिपकाए रखा। लेकिन फ्रांस ने भारत को स्पेशल पार्टनर का दर्जा दिया। वजह? राफेल डील से चंद्रयान-3 तक का मजबूत रिश्ता। साफ्रान M88 इंजन की असेंबली लाइन भी भारत में लगाने के लिए तैयार है। टाटा, L&T, अदानी डिफेंस प्रोडक्शन में जुड़ेंगी।
जीटीआरई (Gas Turbine Research Establishment) लीड करेगा।

AMCA अब अजेय बनेगा

भारत का F-35 जैसा स्टील्थ जेट AMCA अब विदेशी इंजन से आजाद है। शुरुआती प्रोटोटाइप GE F414 से उड़ेंगे, लेकिन MK-2 में यही नया इंजन लगेगा। विशेषज्ञ दिनाकर पेरी कहते हैं, “जेट इंजन तकनीक सैन्य क्षेत्र की क्राउन ज्वेल है। यह आत्मनिर्भरता की असली कुंजी है।” टाइमलाइन: 2028 तक प्रोटोटाइप, 2032 तक सर्टिफिकेशन, 2035 से सीरियल प्रोडक्शन।

भारत बनेगा एयरोस्पेस सुपर पॉवर

यह डील 'मेक इन इंडिया' को रॉकेट बूस्ट देगी। हजारों जॉब्स, नई स्किल्स और एक्सपोर्ट की राह खुलेगी। साफ्रान का BEL के साथ वेपन्स JV भी होगा। अब भारत अमेरिका, रूस, फ्रांस व ब्रिटेन के बाद पांचवां देश बनेगा जो अपना जेट इंजन बनाएगा। पूर्व वायुसेना प्रमुखों ने इसे 'गेम-चेंजर' करार दिया है। सोशल मीडिया पर #IndiaAerospacePower ट्रेंड कर रहा है। प्रोटोटाइप 2028 तक, प्राइवेट सेक्टर की बिड्स जल्द आएंगी। भारत-फ्रांस रक्षा संबंध और मजबूत होंगे। वहीं AMCA दुनिया को चौंकाने वाला है – बस थोड़ा इंतज़ार कीजिए!

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