भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री Sunita Williams और विल्मोर की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। इन हालात में क्या क्रू 9 मिशिन लॉन्च हो पाएगा? आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
Indian origin NASA Commercial Crew astronaut Sunita A Williams: भारतीय मूल की अमरीकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान पर सवार होकर अंतरिक्ष स्टेशन से जुड़ने के एक महीने से अधिक समय बाद भी उनकी वापसी की पुष्टि नहीं हुई है। वहीं 18 अगस्त को 'क्रू 9' मिशन (Crew-9 Mission Launch Date Set for August 18) भी अंतरिक्ष में जा रहा है, इससे पहले आईएसएस में मौजूद दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को धरती पर लाना होगा। 5 जून को स्टारलाइनर के क्रू फ्लाइट टेस्ट (CFT) के बाद से बोइंग और नासा ने लगभग 1,00,000 कंप्यूटर मॉडल सिमुलेशन किए हैं ताकि अनडॉकिंग, डीऑर्बिट बर्न और लैंडिंग के दौरान स्टारलाइनर के सामने आने वाली प्रत्येक संभावित स्थिति का ध्यान रखा जा सके।
कंप्यूटर सिमुलेशन के अलावा बोइंग ने 9 हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर इंटीग्रेट टेबल-टॉप, 18 रन और एवियोनिक्स और सॉफ्टवेयर इंटीग्रेशन लैब (एएसआईएल) में 230 घंटे का परीक्षण किया है। इस परीक्षण से सुनिश्चित किया गया कि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों सिस्टम एक साथ काम करते हैं। सबसे महत्वपूर्ण परीक्षणों में से एक इंटीग्रेटेड अनडॉकिंग सिमुलेशन था जिसमें चालक दल, सीएसटी-100 उड़ान नियंत्रक, आइएसएस उड़ान नियंत्रक और इंजीनियर शामिल थे। इसमें बुच विल्मोर ने बोइंग के ऑनबोर्ड क्रू प्रशिक्षण सिम्युलेटर का उपयोग किया।
नासा के आगामी मिशन 'क्रू-9' का 18 अगस्त को अंतरिक्ष के लिए रवाना होना निर्धारित है। मिशन के चार अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी से ऊपर जाने के बाद आईएसएस पर भी उतरेंगे। हालांकि, अंतरिक्ष स्टेशन में एक समय में तीन से छह अंतरिक्ष यात्री रह सकते हैं। जैसे ही क्रू-9 मिशन लॉन्च होगा, इसे आईएसएस से जुड़ने से पहले स्टारलाइनर को डॉकिंग पोर्ट से हटाना होगा। रिपोर्ट के अनुसार जब तक कि सुनीता और विल्मोर की वापसी नहीं हो जाती, यह मिशन टाला जा सकता है वरना मामला बिगड़ सकता है।
विलियम्स और विल्मोर 6 जून से अंतरिक्ष में हैं। नासा और बोइंग ने अभी तक वापसी की तारीख तय नहीं की है। बोइंग स्टारलाइनर दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को पांच जून को आईएसएस में लेकर गया था। 13 जून को आईएसएस पर जैसे ही स्टारलाइनर पहुंचा, यान के थ्रस्टर्स और हीलियम सिस्टम में समस्या आ गई। शुरू में एक सप्ताह के मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटने वाला था लेकिन समस्या के चलते उनकी वापसी में देरी हुई।