India Comes Forward To Help Papua New Guinea: पापुआ न्यू गिनी में लैंडस्लाइड की वजह से तबाही मच गई है और जान-माल का भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में मुश्किल की घड़ी में पापुआ न्यू गिनी की मदद करने के लिए भारत आगे आया है।
पापुआ न्यू गिनी (Papua New Guinea) में शुक्रवार, 24 मई को तड़के सुबह करीब 3 बजे एंगा (Enga) प्रांत के काओकलाम (Kaokalam) गांव में अचानक से लैंडस्लाइड हो गया। इस समय सभी लोग सो रहे थे। लैंडस्लाइड इतना ज़्यादा विनाशकारी था कि इसकी वजह से करीब 150 घर तबाह हो गए और पूरा गांव ही मलबे के नीचे दब गया। काओकलाम गांव में लैंडस्लाइड की वजह से 2 हज़ार से ज़्यादा लोग मलबे के नीचे ज़िंदा दबे हुए हैं और ज़्यादातर लोगों की मौत हो चुकी है। कई लोग इस हादसे में घायल भी हुए। राहत कार्य में भी कामयाबी नहीं मिली है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Of India Narendra Modi) ने पापुआ न्यू गिनी लैंडस्लाइड से हुए नुकसान और पीड़ितों के लिए शोक व्यक्त करने के साथ ही यह भी साफ कर दिया कि पापुआ न्यू गिनी की मदद के लिए भारत तैयार है। और अब भारत मदद के लिए आगे भी आ गया है।
भारत ने किया 8.3 करोड़ की सहायता का ऐलान
पापुआ न्यू गिनी के एंगा प्रांत के काओकलाम गांव में आए विनाशकारी लैंडस्लाइड को ध्यान में रखते हुए भारत ने 1 मिलियन अमेरिकी डॉलर्स (करीब 8.3 करोड़ रुपये) की सहायता का ऐलान किया है। यह राशि राहत, पुनर्वास और पुनर्निर्माण के प्रयास के लिए दी जा रही है। भारत ने साफ कर दिया है कि वो पापुआ न्यू गिनी के साथ इस मुश्किल घड़ी में खड़ा हुआ है।
मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए प्रतिबद्ध है भारत
भारत मानवीय सहायता और आपदा राहत (HADR) के लिए प्रतिबद्ध है और हमेशा की तरह एक ज़िम्मेदार और दृढ़ प्रतिक्रियाकर्ता बना हुआ है।