
नाटो चीफ ने सभी सदस्य देशों से युद्ध के लिए तैयार होने को कहा है। (PC: perplexityai)
Ukraine attack on Russian oil facilities: दुनिया फिर से एक बड़े संकट की दहलीज पर पहुंच गई है। रूस-यूक्रेन में शांति की कमजोर होती कोशिशों के बीच कुछ ऐसा हुआ है जिससे हालात तेजी से बिगड़ सकते हैं। यूक्रेन ने रूस के तेल ठिकाने पर मिसाइल हमला बोलकर उसे बड़ा आर्थिक नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया है। वहीं, नाटो ने अपने सभी सदस्य देशों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। नाटो चीफ ने चेतावनी देते हुए कहा है कि रूस का अगला निशाना कोई भी बन सकता है।
यूक्रेन ने कैस्पियन सागर में तेल प्रोडक्शन से जुड़े रूसी इंफ्रास्ट्रक्चर पर पहली बार हमला बोला है। सीएनएन की रिपोर्ट में बताया गया है कि रूसी कंपनी Lukoil का यह ऑयल प्लेटफॉर्म कैस्पियन सागर में रूस की सबसे बड़ी ऑयल फील्ड माना जाता है। इस हमले के जरिए यूक्रेन यह संदेश देना चाहता है कि युद्ध में किसी न किसी रूप से सहयोगी देने वालीं रूसी कंपनियां उसकी असली टारगेट हैं।
रूस तेल बेचकर बड़ी कमाई कर रहा है। यूक्रेन उसकी इस कमाई पर हथौड़ा चलाना चाहता है, ताकि युद्ध पर उसके खर्चे में कमी आ सके। रूस युद्ध के लिए बड़े पैमाने पर सैनिकों की भर्ती कर रहा है, इसके लिए उन्हें मोटी सैलरी और साइन-ऑन बोनस ऑफर किया जा रहा है। यूक्रेन, रूस को आर्थिक चोट पहुंचाकर इसमें कमी लाना चाहता है। अगस्त के शुरुआत से लेकर नवंबर के आखिरी तक यूक्रेन ने रूस के कम से कम 77 एनर्जी ठिकानों पर हमला किया है। यह संख्या साल के पहले सात महीनों की तुलना में दोगुनी है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अब तक यूक्रेन को इन हमलों को ज्यादा गंभीरता से नहीं लिया है। लेकिन वह ज्यादा देर तक यह बर्दाश्त नहीं कर सकते, क्योंकि इससे रूस की वित्तीय स्थिति बिगड़ सकती है। तेल और गैस ठिकानों पर हमले से रूस में भी इनकी कमी हो रही है। जानकारों का मानना है कि यूक्रेन का हमला आग में घी डालने वाला साबित हो सकता है और पुतिन कुछ बड़ा करने के लिए विवश हो सकते हैं।
पश्चिम देशों में बढ़ते तनाव का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि नाटो ने अपने सदस्य देशों को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा है। मेट्रो यूके की रिपोर्ट के अनुसार, NATO चीफ मार्क रूटे (Mark Rutte) ने सहयोगी देशों से रूस के खिलाफ अपने डिफेंस को बढ़ाने की अपील की है। उन्होंने बर्लिन में कहा कि बहुत से सहयोगी देश यूरोप में खतरे की गंभीरता को महसूस नहीं कर रहे हैं। उन्हें यह समझना होगा कि रूस का अगला निशाना हम हैं।
ब्रिटेन सहित 32 देशों वाले संगठन नाटो के चीफ ने कहा कि रूस, यूरोप में युद्ध लेकर आया है और हमें युद्ध की वैसी तैयारी करनी होगी, जैसी हमारे पूर्वज किया करते थे। उन्होंने कहा कि अब एक्शन लेने का समय है। संघर्ष हमारे दरवाजे पर है, हम आंखें बंदकर नहीं बैठ सकते। पिछले महीने ही जनरल सर रिचर्ड बैरन्स ने चेतावनी दी थी कि UK को एक लंबे युद्ध के लिए तैयार रहने की ज़रूरत है। हालांकि इसके बावजूद हमारी युद्ध तैयारियों में तेजी नहीं आई।
यूक्रेन और NATO का यह रुख पुतिन को नाराज कर सकता है, भारत दौरे पर आने से पहले पुतिन ने यूरोप को चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर यूरोपीय देश युद्ध चाहते हैं, टो रूस तैयार है। पुतिन ने यूक्रेन द्वारा काला सागर (Black Sea) में रूसी तेल टैंकरों को निशाना बनाए जाने पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि हम यूरोप के साथ युद्ध नहीं चाहते लेकिन, अगर यूरोप अचानक जंग शुरू करना चाहता है, तो हम पूरी तरह तैयार हैं और इसमें कोई शक नहीं है।
Updated on:
12 Dec 2025 09:08 am
Published on:
12 Dec 2025 09:03 am
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