भारत की तरफ से आज से अमेरिका के लिए डाक सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी। कुछ समय पहले टैरिफ में इजाफे के बाद भारत ने अमेरिका के लिए डाक सेवाओं को बंद करने का फैसला लिया था, लेकिन अब इन्हें फिर से शुरू किया जा रहा है।
भारतीय संचार मंत्रालय (Indian Ministry of Communications) के तहत डाक विभाग ने घोषणा की है कि आज, यानी कि 15 अक्टूबर से अमेरिका (United States Of America) के लिए सभी श्रेणियों की अंतर्राष्टीय डाक सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी। यह फैसला अमेरिकी सीमा शुल्क नियमों में हाल ही में किए गए बदलावों के बाद लिया गया है, जिसके कारण अगस्त से भारत ने डाक सेवाओं को निलंबित कर दिया था। अब एक नई प्रोसेस के तहत भारत में बुकिंग के समय ही शुल्क लिया जाएगा, जिससे डिलीवरी प्रोसेस तेज़ और सुगम हो जाएगी।
अमेरिकी प्रशासन द्वारा 29 अगस्त से अमेरिका में डाक आयात के लिए दी जाने वाली 800 डॉलर तक ड्यूटी-फ्री की सुविधा समाप्त कर दी गई थी। इससे सभी शिपमेंट पर आयात शुल्क लागू हो गया था, जिसके लिए नई प्रोसेस की ज़रूरत थी। इसी वजह से भारतीय डाक विभाग ने 22 अगस्त को जानकारी दी थी कि अमेरिका के लिए सभी श्रेणियों की डाक सेवाओं को निलंबित किया जाएगा। शुरुआत में सिर्फ पत्र, दस्तावेज और 100 डॉलर तक गिफ्ट आइटम स्वीकार किए जा रहे थे, लेकिन 29 अगस्त से हर तरह की डाक सेवाओं पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई थी।
भारतीय डाक सेवाओं को अमेरिका के लिए फिर से शुरू करने की नई प्रोसेस के तहत कुछ बदलाव किए जाने के बाद फिर से शुरू किया गया है। अब डिलीवरी ड्यूटी पेड और क्वालिफाइड पार्टी सेवाओं के तहत भारत में ही शुल्क ले लिया जाएगा। अमेरिकी सीमा शुल्क और सीमा सुरक्षा दिशानिर्देशों के अनुसार भारत से अमेरिका जाने वाले डाक शिपमेंट पर घोषित फ्री ऑन बोर्ड मूल्य के 50% की फ्लैट दर से कस्टम ड्यूटी लगेगी। इसके अलावा कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं: कूरियर या व्यावसायिक डाक टैरिफ भी अपरिवर्तित रहेंगे, जिससे निर्यातक सस्ती दरों का लाभ उठा सकेंगे। इसके अलावा सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग के कारीगरों, छोटे व्यापारियों और ई-कॉमर्स निर्यातकों के लिए नई प्रोसेस ज़्यादा किफायती होगी। अमेरिकी ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स फर्म याकिट को भारत का अधिकृत पार्टनर नियुक्त किया गया है, जो प्रति शिपमेंट लगभग 0.01 डॉलर शुल्क लेगी, लेकिन यह लागत ग्राहकों से नहीं वसूली जाएगी।