India Resumes Visa Service: भारत ने पाकिस्तान के नागरिकों के लिए वीज़ा सर्विस बंद कर दी है, लेकिन पाकिस्तान के पड़ोसी देश के लिए वीज़ा सर्विस शुरू कर दी है। क्या है पूरा मामला? आइए जानते हैं।
भारत (India) ने पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terrorist Attack) के बाद पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वीज़ा सर्विस बंद कर दी है। लेकिन अब भारत की तरफ से पाकिस्तान (Pakistan) के पड़ोसी देश के लिए वीज़ा सर्विस (Visa Service) फिर से शुरू कर दी गई है। पढ़कर मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि वो कौनसा देश है? हम बात कर रहे हैं अफगानिस्तान (Afghanistan) की। भारत ने करीब 5 साल बाद फिर से अफगानिस्तान के नागरिकों के लिए वीज़ा सर्विस शुरू कर दी है।
भारत की तरफ से अफगान नागरिकों के लिए फिर से वीज़ा सर्विस शुरू करने की कोई अधिकारी घोषणा नहीं की गई है। भारत के वीज़ा पोर्टल पर अब अफगान नागरिकों के लिए वीज़ा ऐप्लिकेशन की विंडो खुल गई है। भारत सरकार ने 'न्यू अफगान वीज़ा' मॉड्यूल के तहत यह सर्विस शुरू की है।
अफगान नागरिकों के लिए भारत ने 6 कैटेगरी में वीज़ा सर्विस शुरू की है। ये कैटेगरी हैं..स्टूडेंट, बिज़नेस, मेडिकल, मेडिकल अटेंडेंट, यूएन डिप्लोमैट और एंट्री। एंट्री वीज़ा कैटेगरी में कलाकार, सांस्कृतिक हस्तियों, शिक्षाविदों और ऐसे पेशेवर जो बिना किसी पारिश्रमिक के कम समय के लिए प्रतिष्ठित संस्थानों द्वारा प्रायोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों या गतिविधियों में भाग लेने के लिए भारत आना चाहते हैं, उन्हें यह वीज़ा दिया जाएगा। किसी ऐसे अफगान नागरिक के पिछले विवाह से जन्में बच्चे, जो वर्तमान में किसी भारतीय नागरिक/भारतीय मूल के व्यक्ति/ओसीआई कार्डधारक से विवाहित है, भी एंट्री वीज़ा कैटेगरी के अंतर्गत वीज़ा के लिए अप्लाई कर सकते हैं। भारत में संपत्ति रखने वाले अफगान नागरिक, उच्च शिक्षा के लिए भारत आने वाले छात्र के आश्रित माता-पिता और 18 वर्ष से कम आयु के छात्र के माता-पिता भी एंट्री वीज़ा के लिए अप्लाई कर सकते हैं।
अफगान नागरिकों को अगर भारत का वीज़ा चाहिए तो कुछ नियमों का पालन करना होगा। अफगानिस्तान के लोगों को भारत के वीज़ा के लिए आवेदन करने के लिए व्हाइट बैकग्राउंड के साथ सामने की तस्वीर, पासपोर्ट का फोटो/बायो पेज और नेशनल आइडेंटिटी कार्ड (तज़किरा) जिसमें उसकी और जानकारी मिलेगी।
भारत और अफगानिस्तान के बीच संबंध सुधर रहे हैं। अफगानिस्तान ने खुले तौर पर पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की थी। गौर करने वाली बात यह भी है कि भारत और अफगानिस्तान, दोनों के ही पाकिस्तान से अच्छे संबंध नहीं हैं।
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