India-US Trade Deal: भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने में अब ज़्यादा समय नहीं है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों देश अब ट्रेड डील के करीब हैं।
भारत (India) और अमेरिका (United States Of America) के बीच ट्रेड डील (Trade Deal) का इंतज़ार दोनों देशों को है। दुनियाभर की इसपर नज़रें हैं। जब से डोनाल्ड ट्रंप दूसरी बार अमेरिकी राष्ट्रपति बने हैं, तभी से दोनों देशों के ट्रेड डील पर बातचीत चल रही है। हालांकि कुछ मुद्दों की वजह से अभी तक दोनों देशों के बीच ट्रेड डील नहीं हो पाई है। इनमें एग्रीकल्चर, डेयरी के साथ ही भारत का रूस से तेल खरीदना भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) यह साफ कर चुके हैं कि वह भारत के किसान और डेयरी फार्मर्स के साथ अन्याय नहीं होने देंगे। भारत का रूस से तेल खरीदना भी जारी है। लेकिन इसी बीच अब दोनों देशों की ट्रेड डील पर एक बड़ा अपडेट सामने आया है।
भारत और अमेरिका की ट्रेड टीमों के बीच अब तक कई दौर की बातचीत हो चुकी है। हाल ही में एक मीडिया रिपोर्ट सामने आई है कि दोनों देश ट्रेड डील के करीब हैं। हालांकि अभी तक भारत और अमेरिका की तरफ से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन मीडिया रिपोर्ट के अनुसार दोनों देशों के बीच ट्रेड डील के मामले पर जानकार लोगों का कहना है कि भारत और अमेरिका के बीच जल्द ही ट्रेड डील हो सकती है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील होने से टैरिफ पर भी असर पड़ेगा। ट्रेड डील के बाद भारत पर अमेरिकी टैरिफ 50% से घटकर 15-16% हो सकता है। गौरतलब है कि दोनों देशों के संबंधों में दरार की वजह टैरिफ ही है और अगर अमेरिका ने भारत पर टैरिफ कम कर दिया, तो दोनों के संबंध एक बार फिर से ट्रैक पर लौट सकते हैं और इनमें मज़बूती आ सकती है।
ट्रंप ने पहले भारत को कई बार रूस से तेल न खरीदने की धमकी दी है। अब ट्रंप यह राग अलाप रहे हैं कि पीएम मोदी से उनकी बातचीत हुई है कि भारत, रूस से तेल खरीदना बंद कर देगा। हालांकि भारत की तरफ से यह साफ कर दिया जा चुका है कि रूस से तेल की खरीद को बंद करने के विषय में पीएम मोदी और ट्रंप की कोई बातचीत नहीं हुई है। दोनों देशों के बीच ट्रेड डील में भारत के रूस से तेल खरीदने की भी अहम भूमिका है। ऐसे में यह भी देखना होगा कि इस ट्रेड डील में भारत की रूस से तेल खरीद पर कितना असर पड़ सकता है।
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, दिसंबर में भारत आने वाले हैं। इस दौरान उनकी और पीएम मोदी की कई अहम विषयों पर बातचीत होगी। इनमें तेल की खरीद से लेकर रूस-यूक्रेन युद्ध भी शामिल हैं। ऐसे में देखना होगा कि पुतिन के दौरे का भारत-अमेरिका ट्रेड डील पर असर पड़ेगा या नहीं।