भारतीय सेना ने सोमवार को ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का सफल कॉम्बैट लॉन्च किया। इससे चीन और पाकिस्तान की टेंशन बढ़ेगी।
भारतीय सेना (Indian Army) को सोमवार को एक बड़ी कामयाबी मिली। भारतीय सेना की साउथर्न कमांड (Southern Command) ने बंगाल की खाड़ी (Bay Of Bengal) के ऊपर ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल (BrahMos Supersonic Cruise Missile) का सफल कॉम्बैट लॉन्च किया। इस कॉम्बैट लॉन्च में मिसाइल ने अपने लक्ष्य को सटीकता से भेदा। इस सफल लॉन्च से भारतीय सेना को मज़बूती मिलेगी। लंबी दूरी के लिए यह मिसाइल एक बेहतरीन हथियार है और इससे डिफेंस सेक्टर में भारत की आत्मनिर्भरता बढ़ने के साथ ही सेना की ताकत भी बढ़ेगी।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल को ज़मीन, समुद्र, हवा और पनडुब्बी से लॉन्च किया जा सकता है। यह मिसाइल एडवांस स्टील्थ टेक्नोलॉजी से लैस है और ग्रुप ऑफ टारगेट्स में से किसी एक खास लक्ष्य को चुनने की उन्नत क्षमता रखती है।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना में तैनात है। हाल ही में दुबई एयर शो में इसका प्रदर्शन किया गया था, जहाँ कई देशों ने इसे खरीदने की इच्छा जताई थी। इस मिसाइल की डील से भारत का डिफेंस एक्सपोर्ट बढ़ेगा जिससे अर्थव्यवस्था को भी फायदा मिलेगा।
ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल के सफल कॉम्बैट लॉन्च से भारतीय सेना की ताकत तो बढ़ेगी ही, इससे चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) की टेंशन भी बढ़ेगी। मई में भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) में भी ब्रह्मोस मिसाइल ने पाकिस्तान को गहरा जख्म दिया था। अब इस लॉन्ग रेंज मिसाइल की सफल टेस्टिंग के बाद पाकिस्तान बॉर्डर पर कोई भी कदम उठाने से पहले कई बार सोचेगा, क्योंकि पाकिस्तान की नापाक हरकतों का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का इस्तेमाल कर सकती है।