Viral: रूस की सरकार का कहना है कि ये भारतीय पर्वतारोही ने 5,600 मीटर ऊंचे माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए अपने मार्ग का रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराया था।
Viral: रूस के माउंट एब्रुल्स पर चढ़ाई के दौरान फंसे भारतीय पर्वतारोही को सुरक्षित बचा लिया गया है। रूस ने ही इस भारतीय पर्वतारोही की जान बचाई। ये पर्वतारोही माउंट एल्ब्रुस (Mount Elbrus) पर अकेले चढ़ने की कोशिश कर रहा था जो बीमार पड़ गया था। रूस (Russia) के आपातकालीन मंत्रालय ने बताया कि 32 साल के इस पर्वतारोही को 5,200 मीटर की चुनौतीपूर्ण ऊंचाई पर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा था और उसने चढ़ाई से पहले अपना मार्ग रजिस्टर्ड भी नहीं कराया था।
मंत्रालय के एल्ब्रुस उच्च-पर्वतीय खोज एवं बचाव दल के इस बचाव अभियान में 5 कर्मी शामिल थे, इन्होंने ही घटनास्थल पर जाकर भारतीय पर्वतारोही की जान बचाई। टीम ने कठिन परिस्थितियों में काम किया और पर्वतारोही को सावधानीपूर्वक सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
बता दें कि यूरोप की सबसे ऊंची चोटी माउंट एल्ब्रुस दुनिया भर के पर्वतारोहियों के लिए एक लोकप्रिय डेस्टिनेशन है, लेकिन इसकी गंभीर मौसमी स्थिति और चुनौतीपूर्ण इलाके की वजह से यहां पर बगैर रूसी सरकार की परमिशन के और बिना पेशेवर हेल्प के आने पर कई समस्याएं हो सकती है।
एल्ब्रुस पर्वत एक सुप्त ज्वालामुखी (निष्क्रिय) है जो कॉकस क्षेत्र की कॉकस पर्वत श्रृंखला में स्थित है। इस पर्वत के दो शिखर हैं पश्चिमी शिखर, जो 5,642 मीटर ऊंचा है। पूर्वी शिखर इससे थोड़ा सा कम 5,621 मीटर ऊंचा है। बता दें कि यूरोप और एशिया की सीमा इसी कॉकस के इलाक़े से गुज़रती है। इस पर विवाद भी है कि एल्ब्रुस माउंट यूरोप में है या एशिया में।