अमेरिका के भारत पर 500% टैरिफ लगाने की बात पर अब भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर का बयान सामने आया है। क्या कहा भारत के विदेश मंत्री ने? आइए जानते हैं।
अमेरिका (United States Of America) की रिपब्लिकन पार्टी के सीनेटर लिंडसे ग्राहम (Lindsey Graham) ने कुछ समय पहले रूस (Russia) पर ‘इकोनॉमिक बंकर बस्टर बम’ (Economic Bunker Buster Bomb) गिराने की बात करते हुए रूस पर कई आर्थिक प्रतिबंध लगाने की ओर इशारा किया है। इसके तहत रूस से व्यापार करने वाले देशों, जिनमें भारत (India) और चीन (China) भी शामिल हैं, से अमेरिका में आने वाले उत्पादों पर 500% टैरिफ लगाने का प्रस्ताव है। इस मामले पर जब भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar) से सवाल पूछा गया, तो उन्होंने इसका दिलचस्प जवाब दिया।
अमेरिका में जब भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर से इस बारे में सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कहा, "अगर लिंडसे ग्राहम के प्रस्तावित बिल से भारत के हित प्रभावित होते हैं, तो उसे गंभीरता से लिया जाएगा। ऊर्जा और सुरक्षा से जुड़े भारत के हित ग्राहम को स्पष्ट कर दिए गए हैं। बाकी जब ऐसा कुछ होगा तब देखा जाएगा, क्योंकि ज़रूरी नहीं कि ऐसा कुछ हो।"
अमेरिकी सीनेटर ग्राहम का कहना है कि यह बिल रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) को सबक सिखाने के लिए ज़रूरी है। मौटे तौर पर देखें तो यह बिल यूक्रेन (Ukraine) की मदद करने के साथ ही पुतिन को आइसोलेट करने का प्रयास है। यूक्रेन के खिलाफ युद्ध के बावजूद तेल की बिक्री से रूस की काफी कमाई हो रही है। भारत और चीन, रूस से बहुतायत में तेल खरीदते हैं। ऐसे में ग्राहम का कहना है कि भारत और चीन पर भी 500% टैरिफ लगाना चाहिए, जिससे वो रूस से तेल खरीदना बंद करे।