Jaishankar Meets Jinping: भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने चीन के दौरे पर वहाँ के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों के बीच भारत-चीन के बीच संबंधों पर बातचीत हुई।
भारत (India) के विदेश मंत्री एस. जयशंकर (S. Jaishankar), शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गेनाइज़ेशन - एससीओ (Shanghai Cooperation Organisation - SCO) के एक कॉन्क्लेव में हिस्सा लेने के लिए चीन (China) के दौरे पर गए। 2019 के बाद यह पहला मौका था जब जयशंकर, चीन के दौरे पर गए। 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसा के बाद दोनों देशों के बीच संबंधों में खटास पड़ गई थी और साथ ही डिप्लोमैटिक संबंधों में भी दरार आ गई थी। चीन दौरे के दौरान जयशंकर ने बीज़िंग में भारतीय दूतावास का भ्रमण भी किया और अनार का पौधा लगाया। उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी (Wang Yi) से भी मुलाकात की और दोनों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों पर खुलकर चर्चा की।
चीन में जयशंकर ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों ने भारत और चीन के द्विपक्षीय संबंधों में सुधार पर भी बातचीत की और इस विषय में दोनों देशों के लीडर्स के नेतृत्व की सराहना भी की। जयशंकर ने जिनपिंग को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) की ओर से शुभकामनाएं भी दीं।
गौर करने वाली बात है कि चीन के राष्ट्रपति जिनपिंग काफी दिनों बाद सामने आए हैं। चीन में पिछले कुछ समय से सत्ता परिवर्तन की अटकलें लगाई जा रहीं हैं। चीन में यह ट्रेंड भी देखा गया है कि जब भी किसी बड़े पद पर काबिज़ व्यक्ति को उसने पद से हटाना होता है, तो वह गायब हो जाता है और कई दिनों तक सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आता। जिनपिंग के सत्ता हस्तांतरण के बारे में अटकलें तब शुरू हुई जब सरकारी समाचार एजेंसी ने बताया कि चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के शक्तिशाली 24 सदस्यीय राजनीतिक ब्यूरो ने 30 जून को अपनी बैठक में पार्टी के विभिन्न घटकों के काम को लेकर नए नियमों की समीक्षा की है।