Israel Gaza final attack: इजराइल ने गाजा पर आखिरी हमले की शुरुआत कर दी है, जिससे क्षेत्र में तबाही और बढ़ गई है।
Israel Gaza final attack: इजराइल ने गाजा पट्टी (Israel Gaza conflict) पर अपना कब्जा मजबूत करने के लिए अब अंतिम हमला (Israel Gaza final attack) शुरू कर दिया है। लगातार हमलों (Gaza final attack)के बाद गाजा की हालत बहुत खराब हो चुकी है। इजराइल की सेना ने हाल ही में गाजा के दक्षिणी हिस्से में भारी बमबारी (Israel Palestine war 2025) की, जिससे कई मकान और इन्फ्रास्ट्रक्चर पूरी तरह तबाह हो गए। इस हमले से गाजा की आम जनता को भारी नुकसान हुआ है, और हताहतों की संख्या लगातार बढ़ रही है। इजराइल का मकसद गाजा पर पूरा नियंत्रण पाना है। इसके लिए वह फिलिस्तीन के कई इलाकों में घुसपैठ कर चुका है और लगातार बमबारी कर गाजा को कमजोर कर रहा है। इस बार इजराइल ने “फाइनल प्रहार” की बात कही है, जिसका मतलब है कि वह गाजा को पूरी तरह से तबाह करना चाहता है ताकि फिलिस्तीनियों की लड़ाई कमजोर हो जाए।
गाजा पर इजराइल का हमला कई वर्षों से जारी है, लेकिन वर्तमान जंग विशेष रूप से 2023 के अंत में तेज हुई। यह जंग तब शुरू हुई जब दोनों पक्षों के बीच तनाव बढ़ गया और कई हमले होने लगे। गाजा के हमास और इजराइल की सेना के बीच लड़ाई ने हजारों लोगों की जान ले ली है।
इजराइल और फिलिस्तीन के बीच संघर्ष की शुरुआत 1948 में हुई, जब इजराइल राज्य की स्थापना हुई थी। तब से यह संघर्ष कई युद्धों और झड़पों के रूप में चला आ रहा है। गाजा इस विवाद का मुख्य केंद्र बना हुआ है, जहां सबसे ज्यादा हिंसा और तबाही होती है।
इजराइल-गाजा जंग में अब तक हजारों लोग मारे जा चुके हैं। इनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या भी बहुत ज्यादा है। दोनों तरफ के लोग इस संघर्ष में भारी नुकसान झेल रहे हैं, जिनमें आम नागरिक सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
इस जंग को रोकने के लिए कई बार सीजफायर (युद्ध विराम) की कोशिशें हुई हैं। कई बार अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने बीच-बचाव किया, लेकिन ये प्रयास ज्यादातर असफल रहे। कुछ समय के लिए शांति हुई, लेकिन फिर से लड़ाई शुरू हो गई। फिलहाल भी कोई स्थायी शांति की संभावना नजर नहीं आ रही है।
बहरहाल गाजा पर इजराइल का यह फाइनल हमला युद्ध की एक नई कड़ी है, जो फिलिस्तीनियों के लिए बड़ी तबाही लेकर आया है। जब तक दोनों पक्ष बातचीत और समझौते की ओर नहीं बढ़ेंगे, तब तक इस संघर्ष का अंत नहीं होगा। इस बीच हजारों निर्दोष लोग मर रहे हैं और लाखों लोग असहनीय हालात में जी रहे हैं।