जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने खुलासा किया है कि पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने आतंकियों के जनाजे में अधिकारियों की वर्दी में मौजूदगी का आदेश दिया था।
Pahalgam Attack: पाकिस्तान के कुख्यात आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के टॉप कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी ने ऐसा खुलासा किया है, जो पाकिस्तानी सेना की आतंकवादियों के साथ सांठगांठ को बेनकाब करने वाला साबित हो रहा है। कश्मीरी ने दावा किया है कि भारत के 'ऑपरेशन सिंदूर' में मारे गए जैश आतंकियों के जनाजे में पाकिस्तानी सेना के वरिष्ठ अधिकारियों को शामिल होने का सीधा आदेश आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर ने दिया था।
ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा शुरू किया गया एक सैन्य अभियान था, जिसमें आतंक के मुख्यालय को निशाना बनाया गया। इस हमले में जैश सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों सहित 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए। भारतीय सेना ने इस ऑपरेशन में पहलगाम हमले का अंजाम दिया था।
खुलासे के मुताबिक, रावलपिंडी स्थित GHQ से जारी आदेश पर बहावलपुर के कोर कमांडर और अन्य सैन्य अधिकारी वर्दी में जनाजे में पहुंचे। यहां तक कि पाकिस्तानी पुलिस और नौकरशाही के शीर्ष अधिकारी भी मौजूद थे। भारतीय सेना ने बाद में इन अधिकारियों के नाम सार्वजनिक किए थे, जो इस घटना की पुष्टि करते हैं। कश्मीरी ने आगे कहा कि इस हमले में मसूद अजहर का परिवार "तहस-नहस" हो गया था, और पाक सेना ने इसे छिपाने की कोशिश की।
यह खुलासा पाकिस्तान की ISI और सेना के बीच गहरी सांठगांठ को उजागर करता है। "पाकिस्तान दुनिया को धोखा देता रहा है, लेकिन जैश जैसे संगठनों के अपने ही बयान उनकी साजिशें बेनकाब कर रहे हैं," एक वरिष्ठ विश्लेषक ने कहा। संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिबंधित जैश-ए-मोहम्मद को पाकिस्तान में खुलेआम संरक्षण मिलने के सबूत अब और मजबूत हो गए हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस खुलासे पर टिप्पणी करते हुए कहा, "यह पाकिस्तान के आतंकवाद प्रायोजित एजेंडे का एक और प्रमाण है। हम अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएंगे।" ऑपरेशन सिंदूर के बाद से भारत-पाक तनाव चरम पर है, और यह वीडियो अंतरराष्ट्रीय समुदाय को पाकिस्तान पर दबाव बनाने का नया अवसर दे सकता है।