Trade Deal: हाल ही भारत दौरे पर आए जेडी वेंस ने उम्मीद जताई कि भारत उन पहले देशों में शामिल हो सकता है, जो पारस्परिक टैरिफ से बचने के लिए अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करेगा। इससे भारत में अमेरिकी टेक्नोलॉजी और कृषि उत्पादों के लिए दरवाजे खुलेंगे।
Trade Deal: अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए एक 'बेहतर वार्ताकार' और सख्त मोलभाव करने वाला नेता भी बताया। इसके साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि भारत उन पहले देशों में शामिल हो सकता है, जो पारस्परिक टैरिफ से बचने के लिए अमेरिका के साथ व्यापार समझौता करेगा। गुरुवार को एक समाचार चैनल को दिए एक साक्षात्कार में जेडी वेंस ने कहा कि टैरिफ पर भारत के साथ अच्छी बातचीत चल रही है। अमेरिका का मकसद व्यापार को संतुलित करना है। उन्होंने कहा कि भारत में अभी हमारे किसानों के लिए बाजार बंद है।
अमेरिका के किसान बेहतरीन कृषि उत्पाद उगाते हैं, लेकिन भारतीय बाजार में उन्हें बेचने का मौका नहीं मिलता। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और भारत के बीच जो डील बन रही है, वह भारत में अमेरिकी टेक्नोलॉजी और कृषि उत्पादों के लिए दरवाजे खोलेगी। इससे अमेरिका में नौकरियां बढ़ेगी और दोनों देशों के रिश्ते और मजबूत होंगे।
निवेश जगत अपनी निगाहें नेब्रास्का के ओमाहा में शनिवार को होने वाले बर्कशायर हैथवे के शेयरधारकों का सालाना बैठक पर टिकाए हुए है, जिसमें दिग्गज निवेशक और बर्कशायर हैथवे के फाउंडर वॉरेन बफे शेयरघारकों को संबोधित करेंगे। इस वर्ष का सम्मेलन सामान्य बैठकों से अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि वॉरेन बफे ट्रंप टैरिफ पर चुप्पी तोड़ सकते हैं।
आज हजारों की संख्या में शेयरधारक ओमाहा में जुटेंगे, जबकि लाखों लोग 94 वर्षीय इन्वेस्टमेंट आइकॉन की बातें ऑनलाइन सुनेंगे। वैश्विक बाजारों में उथल-पुथल, वाशिंगटन में राजनीतिक बदलाव और बर्कशायर के 334 अरब डॉलर से अधिक के विशाल नकदी ढेर पर उठ रहे सवालों के बीच इस एनुएल मीटिंग का काफी महत्व है।