Karachi Malir Jail Break 2025: पाकिस्तान के कराची स्थित मलिर जेल से भूकंप के दौरान 216 कैदी फरार हो गए।
Karachi Malir Jail Break 2025: पिछले 48 घंटों में कराची में 9 से 11 बार हल्के भूकंप के झटके (2.6 से 3.6 रिक्टर स्केल) महसूस किए गए। जिससे मलीर जेल (Karachi jail break) से कई कैदियों के फरार होने के बाद अब हैड कांस्टेबल भी फरार (Malir prison escape)हो गया। ध्यान रहे कि सोमवार देर रात मलीर जिला ‘बच्चा जेल’ से 216 कैदी फरार (Pakistan earthquake jail chaos) हो गए थे। यह घटना उस समय हुई थी जब जेल (Pakistan prison security lapse) में आए भूकंप के झटकों के कारण प्रशासन ने कैदियों को सुरक्षा कारणों से बाहर निकाला था ।
जेल प्रशासन के अनुसार भूकंप के इन झटकों ने जेल की बाहरी दीवार को कमजोर कर दिया था। सोमवार रात जब कैदियों को अस्थायी रूप से बैरकों से बाहर निकाला गया, उसी दौरान कुछ कैदियों ने गार्ड्स पर हमला कर हथियार छीन लिए और दीवार फांद कर फरार हो गए। इस दौरान एक कैदी की मौत हो गई और तीन सुरक्षाकर्मी जख्मी हो गए।
उल्लेखनीय है कि मलीर जेल से अब तक फरार 216 में से 78 कैदियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने फरार कैदियों से आत्मसमर्पण करने की अपील की है और चेतावनी दी है कि यदि वे खुद सामने नहीं आए तो पकड़े जाने पर उन पर आतंकवाद निरोधक कानूनों के तहत केस दर्ज किया जा सकता है।
उधर इस घटना के बाद जेल प्रशासन पर सवाल उठने लगे हैं। जेल अधीक्षक नजीर अहमद और दो अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है, जिन्हें सुरक्षा में लापरवाही का दोषी माना जा रहा है।
मलीर जेल में 4,000 से अधिक कैदी बंद थे, जबकि इसकी अधिकतम क्षमता सिर्फ 1,591 कैदियों की है। यह घटना न केवल पाकिस्तान की जेल प्रणाली की खामियां उजागर करती है, बल्कि यह भी बताती है कि आपदा प्रबंधन और सुरक्षा इंतजामों में कितनी गंभीर चूक हुई है।
कुल फरार कैदी: 216
पकड़े गए कैदी: 78
अभी भी फरार: 138
कैदी की मौत: 1 (गोलियों की चपेट में)
घायल: 3 फ्रंटियर कोर जवान और 1 जेलकर्मी
सोशल मीडिया पर कैदियों के भागने के कई वीडियो वायरल हो चुके हैं। एक क्लिप में दो कैदी यह कहते सुने गए – "अब हम आज़ाद हैं, कई बरसों से जेल में बंद थे।"
सिंध पुलिस महानिरीक्षक गुलाम नबी मेमन ने बताया कि करीब 2,000 कैदियों को गिनती के लिए बाहर लाया गया था। इसी दौरान यह बड़ी भगदड़ हुई। गृह मंत्री जिया-उल-हसन लांजर ने इसे "पाकिस्तान के इतिहास के सबसे बड़े जेलब्रेक्स में से एक" करार दिया और कहा कि अब स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन कराची जैसे घनी आबादी वाले इलाके में फरार कैदियों को तलाश करना बहुत मुश्किल है।
फरार हुए अधिकतर कैदी नशीले पदार्थों से जुड़े अपराधों में बंद थे। इनमें से कई मानसिक रूप से अस्थिर भी बताए जा रहे हैं, जिससे स्थिति और संवेदनशील हो गई है।
भूकंप की यह घटना पाकिस्तान की जेल सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है। विशेषज्ञों का मानना है कि कराची तीन टेक्टॉनिक प्लेट्स के संगम पर स्थित है, जिससे यहां भूकंपीय गतिविधियां आम हैं। सरकार ने संरचनात्मक समीक्षा और घटना की उच्च स्तरीय जांच करवाने के लिए आदेश दिए हैं।