World Population Day: क्या आप जानते हैं भारत और चीन के अलावा वो कौन सा देश है जिनकी जनसंख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही है और ऐसी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि ये देश भारत और चीन को भी पछाड़ देगा।
World Population Day: 11 जुलाई को पूरी दुनिया में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है। जिसमें दुनिया की बढ़ती आबादी को कम करने के लिए योजनाओं पर विचार किया जा रहा है। दुनिया की आबादी को 1 अरब पहुंचने में सैकड़ों साल लगने की उम्मीद थी। लेकिन इस आंकड़े को तो सिर्फ 200 साल के भीतर ही पार कर लिया गया। 1 अरब की जनसंख्या को समय से काफी पहले ही इस दुनिया ने पार कर लिया जो बेहद भयावह है। अभी तक चीन दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश था लेकिन अब तो भारत ने चीन को भी पछाड़ दिया है। भारत 141 करोड़ की जनसंख्या के साथ दुनिया की सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन गया है। लेकिन क्या आप जानते हैं भारत और चीन के अलावा वो कौन सा देश है जिनकी जनसंख्या अप्रत्याशित रूप से बढ़ रही है और ऐसी आशंकाएं जताई जा रही हैं कि ये देश भारत और चीन को भी पछाड़ देगा। तो हम आपको उस देश के बारे में और उन देशों के बारे में बता रहे हैं जहां पर इस दुनिया की आधी से ज्यादा आबादी बसती है।
साल 2011 की जनगणना के मुताबिक विश्व की जनसंख्या 7 बिलियन तक पहुंच गई है और संयुक्त राष्ट्र (United Nations) के अनुमानों से पता चलता है कि वैश्विक जनसंख्या (World Population) 2030 तक लगभग 8.5 बिलियन, 2050 तक 9.7 बिलियन और 2100 तक 10.9 बिलियन हो जाएगी। इस बढ़ती जनसंख्या से दुनिया चिंतित है क्योंकि विश्व के सीमित संसाधन इतनी बढ़ी आबादी को पालने में असफल होंगे जिससे भयंकर त्रासदी आने की संभावना बढ़ रही है।
भारत और चीन के बाद वैसे तो तीसरे नंबर पर संयुक्त राज्य अमेरिका है लेकिन इथियोपिया की जनसंख्या तेजी से बढ़ रही है। साल 2023 में अफ्रीकी देश इथियोपिया की जनसंख्या 126,527,060 थी जो साल 2024 में बढ़कर 129,719,719 हो गई। यानी एक साल में ही इथियोपिया में 2.52 प्रतिशत की दर से जनसंख्या बढ़ गई जो पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा है।
भारत की जनसंख्या को लेकर UNFPA की रिपोर्ट बताती है कि अगर भारत की जनसंख्या सालाना एक प्रतिशत से कम की वर्तमान दर से बढ़ती रही, तो अगले 75 सालों में ये अपने वर्तमान दर से दोगुनी हो जाएगी। वहीं विशेषज्ञों का कहना है कि भारत की आबादी पिछले दशकों की जनसंख्या गति का नतीजा है। उन्होंने देश की आबादी में 2050 के करीब गिरावट शुरू होने की संभावना जताई है।