Riots In Los Angeles: लॉस एंजेलिस में फेडरल इमिग्रेशन रेड्स के खिलाफ चल रहे विरोध प्रदर्शनों ने अब दंगों का रूप ले लिया है। तीन दिन से जारी प्रदर्शन अब काफी हिंसक हो गए हैं।
अमेरिका (United States Of America) के लॉस एंजेलिस (Los Angeles) शहर में स्थिति एक बार फिर बिगड़ गई है। साल की शुरुआत में शहर में लगी आग से भारी तबाही मची थी। अब एक बार फिर शहर में कुछ ऐसा हो रहा है जो चिंताजनक है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) के आदेश के अनुसार लॉस एंजेलिस में अवैध प्रवासियों पर कार्रवाई की जा रही है। इसके लिए फेडरल इमिग्रेशन रेड्स के ज़रिए लॉस एंजेलिस में अवैध रूप से रह रहे लोगों के खिलाफ एक्शन लिया जा रहा है। इसी वजह से शहर में पिछले तीन दिनों से इस कार्रवाई के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, जिन्होंने अब हिंसक रूप ले लिया है।
पहले लॉस एंजेलिस में फेडरल इमिग्रेशन रेड्स के खिलाफ सिर्फ विरोध प्रदर्शन हो रहे थे। अब इन विरोध प्रदर्शनों ने दंगों का रूप ले लिया है। इससे शहर में हालात काफी खराब हो गए हैं।
प्रदर्शनकारी जगह-जगह आगजनी कर रहे हैं। सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया गया है। इतना ही नहीं, ये प्रदर्शनकारी तोड़फोड़ करने से भी पीछे नहीं हट रहे।
स्थिति को बिगड़ता देख राष्ट्रपति ट्रंप ने लॉस एंजेलिस में नेशनल गार्ड ट्रूप्स के करीब 2,000 जवानों को शहर में तैनात किया है। हालांकि इसके बावजूद भी स्थिति अभी सुधरती हुई नज़र नहीं आ रही है, क्योंकि प्रदर्शनकारी इन जवानों से भी भिड़ रहे हैं। प्रदर्शनकारी पुलिस, अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स के अधिकारियों और नेशनल गार्ड ट्रूप्स के जवानों पर पथराव कर रहे हैं।
फेडरल इमिग्रेशन रेड्स की वज़ह से लॉस एंजेलिस में दंगे हो रहे हैं। ऐसे में मन में सवाल आना स्वाभाविक है कि ये रेड्स क्या है? अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स के अधिकारी रेड्स (छापा) मारते हुए अवैध तरीके से देश में रह रहे लोगों को गिरफ्तार कर लेते हैं। ऐसा ही लॉस एंजेलिस में भी हो रहा है, जिसके विरोध में प्रदर्शन और दंगे हो रहे हैं।
लॉस एंजेलिस ही ऐसा शहर नहीं है जहाँ पर फेडरल इमिग्रेशन रेड्स देखने को मिल रही हैं। न्यूयॉर्क (New York), शिकागो (Chicago) और कुछ अन्य शहरों में भी अमेरिकी इमिग्रेशन और कस्टम्स के अधिकारी, इस तरह की रेड्स डाल रहे हैं।
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