Modi 3.0 Oath Ceremony: बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए दोपहर नई दिल्ली पहुंच गई हैं। उनकी भारत यात्रा कई मायनों में महत्वपूर्ण है।
Modi 3.0 Oath Ceremony : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के शपथग्रहण समारोह में शिरकत करने के लिए बांग्लादेश (Bangladesh) की प्रधानमंत्री शेख हसीना (Sheikh Hasina) नई दिल्ली पहुंच चुकी हैं।
भारत और बांग्लादेश बहुत पुराने दोस्त हैं और हसीना की भारत यात्रा से दोनों देशों के संबंध मधुर होंगे। बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना 9 जून की शाम को प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी के शपथग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए आज दोपहर नई दिल्ली पहुंचीं।
ध्यान रहे कि बांग्लादेश में विपक्ष की ओर से बॉयकॉट इंडिया #BoycottIndia अभियान अभियान चलाया जा रहा है। इसके तहत बांग्लादेश का विपक्ष भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील कर रहा है। इसका बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने मुंह तोड़ जवाब दिया है। बांग्लादेश के विपक्ष का आरोप है कि भारत बांग्लादेश के अंदरूनी मामलात में दखल दे रहा है।
बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने भारत का बहिष्कार अभियान चलाने के लिए विपक्ष की कड़ी आलोचना की थी और कहा था कि विपक्षी बीएनपी नेता वास्तव में भारतीय उत्पादों का बहिष्कार करते हैं तो उन्हें अपनी पत्नियों की भारतीय साड़ियां जलानी होंगी। हसीना ने उनसे यह भी कहा था किक्या वे भारतीय मसालों के बिना खाना नहीं खा सकते। हसीना का भारत के पक्ष में दलील देना और भारत का समर्थन करना दोनों देशों के बीच मधुर रिश्ते कायम रखने की दिशा में एक कदम है।
कई रिपोर्टों के अनुसार, बांग्लादेश की आंतरिक राजनीति में कथित भारतीय हस्तक्षेप की प्रतिक्रिया के रूप में विपक्षी दल का #BoycottIndia ट्रेंड शुरू हुआ। अभियान के लिए शुरू किए गए सोशल मीडिया एक्स के कुछ पोस्ट में आरोप लगाया गया था कि भारत ने लंबे समय से बांग्लादेश के चुनावी मामलों में हस्तक्षेप किया है। कई विश्लेषणों के अनुसार, बीएनपी से जुड़े प्रभावशाली नेताओं की ओर से अभियान के बारे में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के बाद यह अभियान शुरू हुआ था।
उनकी यात्रा का एक दूसरा अर्थ यह है कि बांग्लादेश अपने निर्माण के लिए भारत का एहसान मानता है और वह यह उपकार भूलना नहीं चाहता। तीसरी बात यह है कि वह किसी भी कीमत पर भारत के साथ रिश्ते मधुर रखना चाहता है।