कम हवा वाले टायर से क्रैश, मां बची जेल से – चौंकाने वाला फैसला
Suspended Sentence: एक आम दिन… मां अपने बच्चों को स्कूल से लेने जाती है, खुशी-खुशी घर लौट रही होती है, और अचानक सब कुछ बदल जाता है। कुछ ऐसा ही हुआ ब्रिटेन में एक 29 साल की मां एमी शेपर्ड के साथ। उसने अपने 8 साल के लूई और 6 साल के मेसन को सिर्फ एक छोटी-सी गलती की वजह से (Sons killed crash)हमेशा के लिए खो दिया। वजह – उसकी कार का टायर कम हवा वाला था, और लेकिन उसने उसमें हवा नहीं भरवाई (Careless driving sentence)। यह हादसा अक्टूबर 2023 का है। एमी एक नर्सरी में काम करती थी। उस दिन काम खत्म कर के वह मेबलथोर्प के स्कूल से अपने दोनों बेटों को लेने के लिए गई। पीछे की सीट पर दोनों बच्चे सीट बेल्ट बांधे हुए बैठे थे, बीच में उनका 4 साल का छोटा भाई भी था। घर लौटते वक्त लिंकनशायर की A52 रोड पर एक मोड़ आया, और कार फिसल गई। पीछे का दाहिनी ओर का टायर इतना कम हवा वाला था कि कार कंट्रोल से बाहर हो गई (Deflated tyre accident) और सामने से आ रही ऑडी से भिड़ंत हो गई।
टक्कर इतनी जोरदार थी कि लूई की मौके पर ही मौत हो गई। मेसन को एयर एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया, लेकिन कुछ घंटों बाद वो भी नहीं बचा। अच्छी बात यह रही कि 4 साल का बच्चा बच गया, हालांकि वो भी घायल हुआ था। ऑडी में सवार तीन लोग – ड्राइवर टिमोथी, उनकी पत्नी साशा और बहनोई – गंभीर रूप से जख्मी हुए, लेकिन जान बची।
अदालत में पता चला कि यह हादसा अचानक नहीं हुआ। एक दिन पहले एमी ने अपने पार्टनर को व्हाट्सएप पर मैसेज किया था – "मेरी कार का टायर फिर पंक्चर हो रहा है" और उदास इमोजी डाला। पार्टनर ने अनजाने में आगे का टायर चेक किया, जो ठीक था। पीछे वाला नहीं देखा। अगले दिन एमी काम पर गई, सीसीटीवी में भी टायर कम हवा वाला दिख रहा था। घर लौटते वक्त रास्ते में दो पेट्रोल पंप थे जहां हवा भरवाई जा सकती थी, लेकिन उसने कार नहीं रुकवाई।
पीछे से आ रहे एक ड्राइवर ने देखा कि कार डगमगा रही है, टायर बहुत सॉफ्ट लग रहा था। उसने सोचा भी कि कुछ गड़बड़ हो सकती है, और तभी हादसा हो गया। एक्सपर्ट ने जांच में पाया कि टायर में हादसे के बाद सिर्फ 5 PSI मतलब बहुत कम हवा थी।
एमी ने कोर्ट में लापरवाही से ड्राइविंग कर के दो बच्चों की मौत और तीन लोगों को गंभीर चोट पहुंचाने का अपना जुर्म कुबूल कर लिया। लेकिन जज ने जेल नहीं भेजा। वजह? जज ने कहा कि एमी खुद दो बच्चों को खो चुकी है, ये उसके लिए सबसे बड़ी सजा है। वह जिंदगी भर इस बोझ के साथ जीएगी। साथ ही, उसका कोई पुराना क्राइम रिकॉर्ड नहीं था, और अब वह एक छोटे बच्चे की केयरटेकर भी है। मानसिक स्वास्थ्य भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
सजा क्या मिली? 20 महीने की जेल, लेकिन 2 साल के लिए सस्पेंड – मतलब अभी जेल नहीं जाना पड़ेगा (Suspended Sentence)। साथ ही 2 साल तक ड्राइविंग बैन कर दी गई, उसे दोबारा लाइसेंस के लिए टेस्ट देना होगा। इसके अलावा 12 महीने मानसिक स्वास्थ्य ट्रीटमेंट और 35 दिन की पुनर्वास गतिविधि भी करनी होगी। इधर बच्चों के पापा लॉरी एलिस अलग रहते थे। उनका बयान दिल दहला देने वाला था। उन्होंने कहा, "मेसन मेरा बेस्ट फ्रेंड था, हमेशा शरारती और मुस्कुराता रहता था। लूई फुटबॉल का दीवाना था, हम लिवरपूल के मैच साथ देखते थे। छोटी-छोटी चीजें सबसे ज्यादा याद आती हैं। कोई नॉर्मल पैरेंट ऐसा रिस्क कभी नहीं लेता। मैं इसे कभी समझ नहीं पाऊंगा, एमी को कभी माफ नहीं करूंगा।"
बहरहाल, यह केस हमें सिखाता है कि गाड़ी चलाते वक्त छोटी लापरवाही भी कितनी बड़ी त्रासदी ला सकती है। टायर की हवा चेक करना, समय पर रिपेयर करवाना – ये सब जरूरी है, खासकर जब बच्चे साथ हों। भारत में भी ऐसे हादसे होते हैं, इसलिए सावधानी बरतें। क्या आपको लगता है जज का फैसला सही था? कमेंट में बताएं!