Mughal-e-Azam Craze : विश्व सिनेमा का अजीम शाहकार हिंदुस्तानी क्लासिकल मूवी मुग़ल-ए-आज़म के बहुत सारे दीवाने अमेरिका और कनाडा में भी हैं। इन देशों में हुए सार्वजनिक आयोजनों और प्रवासी भारतीयों से बातचीत से यह बात पुख्ता हुई है।
Mughal-e-Azam Craze : बॉलीवुड की अमर मूवी मुग़ल-ए-आज़म (Mughal-e-Azam) के प्रति भारतीय ही नहीं, विदेशियों में भी गजब की दीवानगी है। यह दीवानगी उनमें जुनून की हद तक देखी गई (Mughal-e-Azam Craze )है। अमेरिका और कनाडा में रह रहे भारतवंशियों और अंग्रेजों का इस मूवी के प्रति आज भी हिंदुस्तानी सिने प्रेमियों जैसा प्यार है। चाहे फ़िरोज़ अब्बास खान (Firoz Abbas khan) के इस मूवी पर आधारित म्यूजिकल शो की बात हो या टाइम्स स्क्वायर (Times Square) पर मुग़ल-ए-आज़म मूवी व उसके किरदारों के लिबास आधारित गीत और डांस का प्रदर्शन, इन कार्यक्रमों में भारतवंशियों के साथ-साथ अमेरिकन और कनेडियन लोगों की भी अच्छी खासी तादाद देखी गई।
न्यूयॉर्क से प्रवासी भारतीय दीपक कावड़िया( Deepak Kavadia) बताते हैं कि मुग़ल-ए-आज़म मूवी को 64 साल पूरे होने पर न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर जश्न मनाया गया तो भारतीय समुदाय और अमेरिकन्स ने मुग़ल-ए-आज़म के कलाकारों के लिबास पहन कर इस मूवी के गीतों पर खूब डांस किया। इस आयोजन का वीडियो इंटरनेट पर भी वायरल (video viral) हो रहा है। यह अपने आप में एक मनोहारी और विहंगम दृश्य रहा।
न्यूयॉर्क से प्रवासी भारतीय डॉ.जितेंद्रसिंह सोढी ( Dr.Jitendra singh Sodhi) ने बताया कि न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर मुग़ल-ए-आज़म फिल्म के जब प्यार किया तो डरना क्या… गाने के प्रदर्शन की वेला भारत के किसी मेला स्थल से कम नहीं रही। इस दौरान हजारों लोगों की भीड़ ने डांसरों का हौसला बढ़ाया। न्यूयॉर्क के टाइम्स स्क्वायर पर हुई मुग़ल-ए-आज़म की पेशकश में सैकड़ों कथक डांसरों ने महफिल में चार चांद लगाया और हजारों लोगों की भीड़ ने डांसरों का हौसला अफजाई की। इसमें कथक नृत्य करने वाले डांसरों ने 'जब प्यार किया तो डरना क्या' गाने पर अपनी परफॉर्मेंस दी। जब इस नगमे पर डांस शुरू हुआ तो वहां मौजूद लोग भी अपने आप को थिरकने से नहीं रोक पाए। भीड़ ने तालियां बजा कर और चिल्ला कर डांस ग्रुप का हौसला बढ़ाया। इस वीडियो में कई महिलाएं डांस शुरू करने से पहले अनारकली सूट और टोपी पहने हुए नजर आती हैं। बाद में यह परफॉर्मेंस देखने और रिकॉर्ड करने वाले लोगों का मजमा लग गया। इसके बाद मुग़ल-ए-आज़म गीत पर डांस शुरू होता है।
न्यूयॉर्क से प्रवासी भारतीय आलोक कुमार ( Alok Kumar)ने बताया कि मुग़ल-ए-आज़म : द म्यूजिकल नामक शो के प्रचार के लिए शूट किए गए इस शो का न्यूयॉर्क में आयोजन हुआ तो लोग खूब पहुंचे। शो का संगीत प्रसिद्ध बॉलीवुड फिल्म डायरेक्टर के आसिफ की 1960 में डायरेक्ट की गई फिल्म मुग़ल-ए-आज़म पर आधारित रहा। शो के निर्माता और कलाकारों ने उत्तरी अमेरिका के दौरे पर रह कर अमेरिका और कनाडा के विभिन्न शहरों में प्रदर्शन किया तो शो देखने के लिए हजारों लोग उमड़ पड़े।
न्यूयॉर्क से प्रवासी भारतीय दिलीप चौहान ( Dilip Chohan) ने बताया कि मुग़ल-ए-आज़म मूवी के नगमे मोहे पनघट पे नंदलाल छेड़ गयो का यहां अनारकली के रूप में प्रियंका बर्वे ने प्रदर्शन किया तो लोगों को मधुबाला की याद आ गई। फिरोज अब्बास खान ने के. आसिफ की कालजयी क्लासिक मुग़ल-ए-आज़म के साथ वह कलात्मक प्रयोग किया, जिसकी के. आसिफ ने कभी कमल्पा भी नहीं की थी।
फ़िरोज़ अब्बास खान कहते हैं, अमेरिका में मुग़ल-ए-आज़म के संगीतमय मंचीय रूपांतरण को मिली जबरदस्त प्रतिक्रिया पर फिरोज कहते हैं, "शुरू से ही, जब मैंने इस संगीतमय मंचीय नाटक की योजना बनाई थी, मैं चाहता था कि यह मूल नाटक की महाकाव्यात्मक भव्यता व्यक्त करे। इसलिए, मंचीय ध्वनि और प्रॉप्स की गुणवत्ता पर किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया।" हमने अमेरिका के 14 शहरों के दौरे के दौरान वहां के सर्वश्रेष्ठ थिएटरों में अपना शो प्रस्तुत किया। यह एक ऐसा अनूठा अनुभव रहा, जिसे मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता।"
"काश, आप ( भारतीय )यहां होते और खुद देखते कि अमेरिका में भारतीयों के लिए मुग़ल-ए-आज़म मूवी कितनी अहम है।" फिरोज अब्बास खान की मुगल-ए-आज़म म्यूजिकल शो 2017 में पहली बार मंचित होने के बाद से ही विजेता बना हुआ है। वे कहते हैं, "हम कभी भी आसिफ साहब की फिल्म के साथ प्रतिस्पर्धा नहीं करना चाहते थे । मुग़ल-ए-आज़म का हमारा मंच संस्करण क्लासिक फिल्म के प्रति सादर श्रद्धांजलि है। अगर दर्शकों की नई पीढ़ी हमारे मंच नाटक के माध्यम से फिल्म के जादू को फिर से जी रही है, तो इसके लिए मैं केवल आसिफ साहब को धन्यवाद दे सकता हूं।" "और प्यार किया तो डरना क्या को लता जी की तरह कौन गा सकता है? हम इतने साहसी हैं कि यह कोशिश कर रहे हैं, यह मूल कलात्मकता के प्रति हमारा प्यार है। हम जानते हैं कि हमारे पास आसिफ साहब का आशीर्वाद है।"
बहरहाल वायरल हो रहा यह वीडियो भले ही 2023 का है, लेकिन मुग़ल-ए-आज़म के प्रति लोगों का क्रेज़ आज भी बरकरार है।यह बात हर कला प्रेमी भारतीय के लिए खुशी और गर्व की बात है कि हिंदुस्तानी सिनेमा की इस अजीम मूवी को इतने बरसों बाद आज भी भारत ही नहीं, विदेशों में भी पसंद किया जा रहा है।